उमरा थाना प्रभारी केबी झाला ने बताया कि हादसे के वक्त कार अतुल वेकरिया ही चला रहे थे। मृतक उर्वशी चौधरी के भाई वेसू अभिषेक पार्क निवासी नीरज चौधरी ने उन्हें देखा था। नीरज उर्वशी के साथ करीब सवा आठ बजे फ्रेंकी खाने के लिए वेसू बालाजी होंडा शो रूम के निकट आया था। सडक़ किनारे एक अन्य स्कूटर के समीप ही उन्होंने अपना स्कूटर पार्क किया। उर्वशी स्कूटर पर ही बैठी थी और नीरज फ्रेंकी के लिए ऑर्डर दे रहा था।
उसी दौरान तेज रफ्तार से आती कार ने दोनों स्कूटरों को टक्कर मार दी और दोनों स्कूटर को घसीटते हुए आगे तक ले गई थी।स्कूटर पर बैठी उर्वशी के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटे आई और वह लहूलुहान हो गई। दूसरे स्कूटर के निकट खड़े दंपति को भी सामान्य चोटे आई। उसी समय उसने अतुल को कार से उतरते हुए देखा। उसने कार का नम्बर भी देख लिया और फिर उर्वशी को निकट के निजी अस्पताल में ले गया।
उपचार के दौरान उर्वशी की मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि इस घटना से मौके पर कोहराम मच गया था। लोगों ने अतुल वेकरिया को घेर लिया था और पुलिस को खबर की थी। पुलिस मौके पर पहुंची और अतुल को थाने ले गई थी। इस घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गए थे।
आरोपी व शिकायतकर्ता दोनों थाने में थे फिर भी नहीं किया गया नामजद
सूत्रों का कहना है कि रसूखदार अतुल वेकरिया के शहर के लगभग सभी बड़े भाजपा नेताओं के साथ संबंध हैं। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर सांसद सीआर पाटिल, दर्शना जरदोष व विधायक हर्ष संघवी समेत अन्य नेताओं को विशेष केक बना कर भेंट कर चुके हैं तथा कई सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सेदार बने हैं। घटना के बाद उन्होंने ड्राइवर का नाम लेकर खुद को बचाने का प्रयास भी किया।
सूत्र बताते हैं कि अपने परिचितों के जरिए पुलिस पर भी दबाव बनाने की भी कोशिश की। इसके चलते आरोपी व शिकायतकर्ता दोनों थाने में होने के बावजूद आरोपी को प्राथमिकी में नामजद नहीं किया गया। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 279, 337, 338, 304 ए के तहत मामला दर्ज किया है।
साथ ही मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177 और 184 भी लगाई गई है। मामले के तूल पकडऩे पर पुलिस ने शिकायतकर्ता की पहचान के आधार पर अतुल वेकरिया को गिरफ्तार किया। शनिवार शाम कोर्ट में पेश किया गया और जमानत मिलने पर रिहा कर दिया गया।
सभी कह रहे हैं नशे में थे पर रिर्पोट नहीं मिली
मौके पर मौजूद कई लोगों ने कहना था कि अतुल वेकरिया नशे में थे। कार से उतरते वक्त उनके पैर लडखड़़ा रहे थे। पुलिसकर्मियों का भी कहना है कि जब उन्हें हिरासत में लिया गया था, उनके नशे में होने का आभास हो रहा था। न्यू सिविल अस्पताल में उनकी जांच करने वाले डॉक्टरों का भी कहना है कि वह नशे में थे।
इसके बाद भी थाना प्रभारी झाला का कहना है कि आरोपी की न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई गई है। सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए है। रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। रिर्पोट मिलने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।