जिनमें से अधिकतर मतदान केन्द्रों के आसपास कार्यकर्ताओं द्वारा प्रचार करने को लेकर थे। जिन पर पुलिस ने तुंरत कार्रवाई कर उन्हें स्थानीय स्तर पर ही सुलझा लिया था। वहीं कुछ मतदान केन्द्रों के आस पास टेबल रखने की शिकायतें व विवाद थे। उन्हें भी सुलझा लिया गया। एक दो स्थानों पर विवाद व झड़पों की खबरें मिली है।
कापोद्रा के एक मतदान केन्द्र पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने पुलिसकर्मियों व सुरक्षाबलों की पीठ थपथाई। उल्लेखनीय है कि शहर के सभी 822 मतदान केन्द्रों को अलग अलग हिस्सों में बांट कर उच्चअधिकारियों के नेतृत्व में जिम्मेदारियां तय की गई है।
3 अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के मार्गदर्शन में, 8 पुलिस उपायुक्त, 20 सहायक पुलिस आयुक्त, 59 पुलिस निरीक्षक,२ कंपनी अर्ध सैनिक बल, 5 कंपनी रिजर्व पुलिस बल, 3841 होमगार्ड जवान, 4500 पुलिसकर्मियों समेत करीब दस हजार जवानों को तैनात किया गया था।
आम दिनों से डेढ़ गुना कॉल मिले :
आम दिनों से डेढ़ गुना कॉल मिले :
पुलिस कंट्रोल रूम में करीब 70 पुलिसकर्मी तीन शिफ्ट में हैं। चुनाव के चलते एक तिहाई पुलिसकर्मियों को रिजर्व ड्यूटी में रखा गया था। जिसके चलते अन्य पुलिसकर्मियों दो शिफ्टों में बारह घंटे से भी अधिक समय तक सेवा दी। कंट्रोल रूम इंचार्ज सहायक पुलिस आयुक्त ईश्वर पटेल सुबह छह बजे से ड्यूटी पर पहुंचे गए थे। मतदान खत्म होने के बाद देर रात पुलिस बंदोबस्त खत्म होने तक ड्युटी पर रहे। आम दिनों में पुलिस कंट्रोल रूम में विभिन्न तरह की शिकायतों के 150-170 कॉल आते हैं, लेकिन रविवार को चुनाव से संबंधित 80 अतिरिक्त कॉल मिले।