सूरजपुर जिले के भैयाथान ब्लॉक अंतर्गत ग्राम जूर में 100 एकड़ गौचर भूमि पर ग्राम के ही कुछ लोग 15 से 20 वर्ष पूर्व से घर व खेत बनाकर खेती कर रहे हैं। इसके खिलाफ (Stick attack in land dispute) ग्राम पंचायत के निवासी बीच-बीच में बेजा कब्जा हटाने की कार्यवाही की मांग प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से करते रहे हैं।
वर्तमान में भी फसल जब्ती करने हेतु ग्रामीणों द्वारा तहसीलदार, एसडीएम व कलेक्टर से गुहार लगाई गई थी। लेकिन कोई कार्रवाई न होता देख ग्रामीणों ने अंतिम आवेदन सौंपकर 22 अक्टूबर को कथित रूप से कथित रूप से अतिक्रमित भूमि पर लगाए गए धान काटने की तिथि निश्चित कर ली।
बाकायदा ग्रामीणों ने 21 अक्टूबर की रात पूरे गांव में मुनादी कराकर फसल काटने के लिए आने को कहा, साथ ही यह भी कहा गया कि जो नहीं आएगा, उसके ऊपर जुर्माना (Stick attack in land dispute) लगाया जाएगा। इसके बाद 22 अक्टूबर मंगलवार की सुबह ग्रामीणों ने एकजुट होकर फसल काटना शुरू कर दिया।
वहीं इसकी सूचना मिलने पर एसडीएम सागर सिंह राजस्व अमले के साथ सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किया लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। माहौल न बिगड़े इस हेतु पुलिस बल भी मौके पर बुला लिया गया।
शुरूआत में सब कुछ शांतिपूर्वक चल रहा था, लेकिन कुछ समय बाद कथित अतिक्रमणकारी धान काट रहे ग्रामीणों को लाठी-डंडे से मारने (Stick attack in land dispute) लगे। इससे स्थिति तनाव पूर्ण हो गई। मारपीट में सुरेश साहू, सुरेंद्र साहू व दो महिलाओं को काफी चोटें आर्इं। इन्हें तत्काल जिला अस्पताल भर्ती कराया गया।
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Stick attack on land dispute: ग्रामीणों ने लगाया से आरोप
गांव में तनाव पूर्ण स्थिति (Stick attack in land dispute) को संभालने हेतु मौके पर एसडीएम सागर सिंह, एडिशनल एसपी संतोष महतो सहित पुलिस व राजस्व अमला मौके पर मौजूद रहा। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन हमारे आवेदन पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है। इससे अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। यही कारण है कि ग्राम पंचायत के सभी लोग एक मत होकर फसल काटकर अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिए हैं। वहीं दूसरी ओर प्रशासन का कहना है कि कुछ अतिक्रमणकारियों के पास पट्टे हैं और मामला वर्तमान में उच्च न्यायालय व रेवेन्यू बोर्ड में लंबित होने से प्रशासनिक दखल नहीं दिया जा सकता।
पटवारी की कार का तोड़ा शीशा
कथित अतिक्रमणकारियों द्वारा लाठी-डंडे से हमला (Stick attack in land dispute) किए जाने से ग्रामीण उग्र हो गए। उन्होंने मौके पर मौजूद पटवारी ओम प्रकाश नेताम की कार का शीशा तोड़ दिया। पटवारी ने कार स्टार्ट कर पुलिस बल की ओर भागकर अपने आप को सुरक्षित किया। यह भी पढ़ें