16 नवंबर की अलसुबह भटगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोनगरा के सारसतालपारा निवासी रामेश्वर राजवाड़े (32) की चीख-पुकार सुनकर उसका बड़ा भाई उमाशंकर घर पर पहुंचा। उसने देखा कि उसका शव पड़ा हुआ था। सिर व चेहरे पर धारदार हथियार से मारे जाने के निशान थे।
घटना की सूचना उमाशंकर ने तत्काल पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हत्या का अपराध दर्ज कर जांच शुरु की। इस दौरान पुलिस ने कई संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
इसी बीच पड़ोस में रहने वाले आलम साय पिता स्व. बिहारीसाय ने हत्या करने की बात स्वीकार की। पूछताछ में उसने बताया कि रामेश्वर से उसका अच्छे संबंध थे। दोनों एक दूसरे घर आना-जाना करते थे।
लेकिन पिछले कुछ दिनों से रामेश्वर उससे बात नहीं कर रहा था, कई बार बात करने का प्रयास करने पर भी जब आलम साय को सफलता नहीं मिली तो वह उसकी हत्या करने के लिए मौके का इंतजार करने लगा।
मौका मिलते ही की हत्या
16 नवम्बर को वह रामेश्वर के घर में घुसा तथा आंगन के रास्ते वह उसके कमरे में गया, जहां सोते हुए रामेश्वर को टांगी से 3-4 बार प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद टांगी को दूर ले जाकर छिपा दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने टांगी जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में निरीक्षक फर्दीनन्द कुजूर, उपनिरीक्षक अश्विनी पाण्डेय, सहायक उपनिरीक्षक जीपी यादव, लालचंद कुजूर, प्रधान आरक्षक सुन्दरलाल, पूरनचंद राजवाड़े, करन सिंह नेताम, आरक्षक मनोज जायसवाल, विनोद प्रताप सिंह, संतोष जायसवाल, भोलाशंकर राजवाड़े, मोहम्मद नौशाद, प्रभाकर सिंह, महिला प्रधान आरक्षक सरिता कुजूर, महिला आरक्षक आशा लकड़ा, प्रीति, हेमा व सुनीला शामिल रहे।