गौरतलब है कि एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के बंद पड़े जयनगर खदान (Illegal coal cave) के पास कोयला चोरों द्वारा सुरंग बनाकर कोयला चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा था। जान जोखिम में डालकर कोयला चोरी करने के दौरान पिछले दिनों 26 फरवरी की सुबह करीब छह बजे ग्राम पंचायत तेलईकछार केनापारा निवासी सुनील सोनी पिता रामगोविन्द सोनी की अचानक चट्टान धसने से सुरंग के अंदर ही दबकर मौत हो गई थी।
तीन दिनों की कड़ी मशक्कत उपरांत युवक के शव को सुरंग (Illegal coal cave) से निकाला जा सका था। बावजूद इसके कोयला चोरी करने वाले इस स्थल से हटकर क्वारी नंबर 2 व 10 के समीप दूसरा सुरंग तैयार करके कोयला चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा था।
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एसईसीएल प्रबंधन ने 3 महीने पहले बंद कराया था सुरंग
सुरंग तैयार करके कोयला चोरी करने की सूचना मिलने पर गत दिनों 18-19 अप्रैल को एसईसीएल प्रबंधन द्वारा दोनों सुरंग को जेसीबी से बंद (Illegal coal cave) करा दिया गया था। लेकिन कोयला चोरों द्वारा करीब सप्ताह भर पूर्व से पुन: उक्त स्थल पर ही सुरंग बनाकर कोयला चोरी किए जाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। सुरंग बनाकर कोयला चोरी की घटना को अंजाम दिए जाने के मामले में प्रबंधन द्वारा अब तक कोई ठोस पहल नहीं किए जाने से उसकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
कई गांव के लोग ग्रुप बनाकर करते हैं चोरी
सुरंग के धसने (Illegal coal cave) उपरांत जब एसईसीएल सुरक्षा विभाग व पुलिस द्वारा मामले की तस्दीक की गई थी, तब यह बात सामने आई थी कि कई ग्रुप इस अवैध कार्य में संलिप्त हैं। बताया जा रहा है कि सुरंग से कोयला चोरी करने में केनापारा तेलईकछार, गांगीकोट, दतिमा समेत कई गांवों के युवक ग्रुप बनाकर सक्रिय हैं। यह भी पढ़ें