प्रतापपुर वन विभाग कार्यालय से 6 किलोमीटर दूर ग्राम सरहरी के गोरहाडांड़ इलाके में नर हाथी (Elephant died) का शव सड़ी-गली अवस्था में मिला है। लकड़ी लेने जंगल गए ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
इधर ग्रामीणों में इस बात को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है कि हाथी की मौत की भनक तक वन विभाग को इतने दिनों तक नहीं लग सकी, जबकि शव काफी पुराना हो चुका है। वन विभाग की गश्ती दल पर भी इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें
Bus-Tractor accident: एनएच पर बस-ट्रैक्टर में जबरदस्त भिड़ंत, 5 यात्री समेत 6 लोग घायल, रायपुर जाते समय हुआ हादसा
मौत के कारण का नहीं चल सका है पता
हाथी कि मौत (Elephant died) किन परिस्थितियों व किस वजह से हुई है, इसका पता फिलहाल नहीं चल सका है। वन विभाग के अधिकारियों की सूचना पर वन्य प्राणी विशेषज्ञ व डॉक्टर मौके पर पहुंचे थे। पीएम के बाद ही इस बात का पता चल पाएगा कि हाथी की मौत आखिर कैसे हुई?Elephant died: करेंगे सख्त कार्रवाई
वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी का कहना है कि हम मामले (Elephant died) की गहराई से जांच करेंगे और मौत का कारण पता लगाने की कोशिश करेंगे। अगर किसी तरह की अप्राकृतिक गतिविधि जैसे शिकार या जहर दिए जाने की पुष्टि होती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़ें
Acid attack: धान बंटवारे को लेकर हुए विवाद में मां और बड़े भाई के चेहरे पर फेंका एसिड, झुलसे दोनों
हाथी ने मचाया उत्पात
इधर प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के सोनगरा से लगे झिंगादोहर में एक हाथी (Elephants in Chhattisgarh) ने जमकर उत्पात मचाया। उसने खेत में लगी धान व सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचाया। इधर ग्रामीणों में इस बात को लेकर वन विभाग के अधिकारियों के प्रति नाराजगी देखी गई कि क्षेत्र में होने के बावजूद उन्होंने हाथी को भगाने का प्रयास तक नहीं किया। जब ग्रामीणों ने रेंजर उत्तम मिश्रा व दरोगा अनंद सरकार को फोन किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।