बिश्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत शिवनन्दनपुर में स्थित शासकीय शराब दुकान में सोमवार की रात अज्ञात चोरों ने धावा बोला। चोरों ने सबसे पहले दुकान के गोदाम की बिजली सप्लाई को काटकर अंधेरा करते हुए सीसीटीवी कैमरा के कनेक्शन को बंद कर दिया, इसके पश्चात दुकान में रखे लॉकर को उठा ले गए।
दुकान के कर्मचारियों की मानें तो लॉकर में करीब 4 लाख रुपए थे, जबकि बताया जा रहा है कि दुकान से 4 लाख 36 हजार रुपए के शराब की बिक्री हुई थी। मामले में 4 लाख रुपए चोरी की बात तो स्वीकारी जा रही है लेकिन 36 हजार रुपए का हिसाब दुकान के कर्मचारी नहीं दे पा रहे हैं।
दुकान के कर्मचारियों द्वारा केवल 7 हजार रुपए की शराब उधार में दिए जाने की बात ही स्वीकारी जा रही है। अज्ञात चोर लॉकर सहित सीसीटीवी कैमरा के डीबीआर व मॉनिटर भी अपने साथ ले गए हैं।
घटना की सूचना मिलते ही सहायक आबकारी अधिकारी अनिल मित्तल, विश्रामपुर थाना प्रभारी अलरिक लकड़ा ने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचकर विवेचना की।
सप्ताहभर पहले ही रखे गए थे बिहार के कर्मचारी
विवेचना के दौरान यह बात भी सामने आई है कि पखवाड़ेभर पूर्व ही बिहार प्रान्त से यहां पर कर्मचारियों को लाकर दुकान संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि स्थानीय लोगों को उक्त कार्य में लगाया जाना चाहिए था। बहरहाल मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 457, 380 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
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सप्ताहभर पहले ही रखे गए थे बिहार के कर्मचारी
विवेचना के दौरान यह बात भी सामने आई है कि पखवाड़ेभर पूर्व ही बिहार प्रान्त से यहां पर कर्मचारियों को लाकर दुकान संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि स्थानीय लोगों को उक्त कार्य में लगाया जाना चाहिए था। बहरहाल मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 457, 380 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
पुलिस द्वारा दुकान के कुछ कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। विवेचना के दौरान यह बात भी सामने आई है कि दुकान में तैनात सुरक्षागार्ड इबत सिंह भी अपने किसी सहपाठी को बगैर कोई सूचना दिए ही शाम को घर चला गया था।
कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
शराब दुकान में हुए लाखों रुपए नकद चोरी मामले में कर्मचारियों की भूमिका सन्दिग्ध नजर आ रही है। कर्मचारियों द्वारा शराब बिक्री की सही जानकारी उपलब्ध न कराना और सीसीटीवी कैमरे के बैट्री बैकअप न होने की जानकारी से सवाल खड़े हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि रात्रि पाली समेत दिन में दुकान में सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं, बावजूद इसके चोरी की घटना हो गई। यहां पर प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा नियुक्त स्टाफ व सुपरविजन में लगे स्टाफ के बीच पखवाड़े भर पहले मारपीट की घटना हुई थी।
इसके बाद यहां के स्टाफ बदल दिए गए थे। वर्तमान में यहां 2 सुपरवाइजर, 2 सेल्समैन सहित आधा दर्जन स्टाफ कार्यरत हैं। पुलिस इन सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।