गौरतलब है कि भटगांव थाना अंतर्गत नगर पंचायत जरही के अंबिकापुर मुख्य मार्ग में संचालित विक्की क्लॉथ स्टोर्स का संचालक बिट्टू गुप्ता उम्र 23 वर्ष 12 फरवरी की सुबह अपनी बुलेट से डुमरिया डेम पहुंचा। यहां अपने जैकेट व मोबाइल को बांध किनारे रखकर डेम में कूद गया।
मौके पर टहल रहे लोगों ने उसे डेम में कूदते देख घटना की सूचना परिजनों को दी। सूचना पर परिजन सहित भटगांव पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस की मौजूदगी में बिट्टू गुप्ता को बाहर निकाला गया तब तक उसकी मौत हो गई थी।
नाराज परिजन युवक के शव को कार में रखकर डुमरिया बांध से जरही चौक पहुंचे और यहां शव को सडक़ पर रखकर अंबिकापुर-बनारस मुख्यमार्ग पर चक्काजाम कर दिया। इससे मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। परिजन युवक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे।
इन 4 लोगों की हुई गिरफ्तारी
इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने आरोपी उमेश गुप्ता पिता रामनरेश गुप्ता उम्र 35 वर्ष ग्राम कोरंधा, राजू गुप्ता पिता रामनरेश गुप्ता उम्र 38 वर्ष ग्राम कोरंधा, रेखा गुप्ता पति राजू गुप्ता उम्र 29 वर्ष व चंदकी गुप्ता पिता भवसागर गुप्ता उम्र 42 वर्ष निवासी कोरंधा को धारा 306, 34 के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
कार्रवाई में थाना प्रभारी भटगांव राजेन्द्र साहू, एसआई अश्विनी पाण्डेय, एएसआई बजरंगी लाल चौहान, जीपी यादव, प्रधान आरक्षक पूरनचंद राजवाड़े, करन सिंह नेताम, शत्रुधन पोर्ते, आरक्षक मनोज जायसवाल, संतोष जायसवाल, भोला राजवाड़े, रजनीश पटेल, ताराचंद यादव, राजकुमार पासवान, विजय गुप्ता, प्रभाकर सिंह, वाहिद हुसैन व प्रहलाद पैंकरा सक्रिय रहे।
पुलिस की जांच में ये बात आई सामने
भटगांव पुलिस द्वारा गवाहों के कथनों व मृतक के मृत्यु के पूर्व का मोबाइल फोन में लिखे गए सुसाइड नोट के स्क्रीन शॉर्ट का अवलोकन किया गया।
इसमें पता चला कि 9 फरवरी की रात में हिमांशु क्लाथ स्टोर जरही में लगी आग से क्षति के संबंध में उमेश गुप्ता, राजु गुप्ता, रेखा गुप्ता एवं चंदकी गुप्ता मां दुर्गा वस्त्रालय द्वारा मृतक बिट्टु उसके पिता तुलसी दास गुप्ता तथा उनके दुकान के कर्मचारी पर आग लगाने का आरोप लगाया जा रहा था।
आरोपियों द्वारा आग लगाने का झूठा आरोप लगाकर मृतक को समाज में मानसिक रूप से अपमानित कर आत्महत्या करने हेतु दुष्प्रेरित किया गया। इसी कारण से उसने फेसबुक पोस्ट में सुसाइड नोट लिखकर डुमरिया बांध में कूदकर जान दे दी।