टीम जब शादी वाले घर में पहुंची तो लडक़ी के घरवालों ने बालिका के 10वीं के मार्कशीट की फोटो कॉपी प्रस्तुत की। इसमें बालिका की उम्र जन्म तिथि के अनुसार 18 वर्ष पूर्ण बता रहा था। बालिका के परिजनों का कहना था कि बालिका चेन्द्रा में पढ़ी है। इसलिए उसका मूल प्रमाण पत्र नहीं है। (CG child marriage)
बालिका के प्राथमिक शाला का दाखिल-खारिज पंजी देखने पर उसका उम्र 17 वर्ष बता रहा था, जब बालिका के रोल नम्बर के आधार पर अंकसूची निकालने पर पता चला कि फोटो कॉपी में जन्मतिथि में एडिट कर दिया गया है। परिजनों को बाल विवाह रोकने की समझाइश दी गई।
पिता की हो चुकी है मृत्यु, मां कहीं चली गई
बालिका के पिता की दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी थी और इसकी मां भी अन्यत्र कहीं चले जाने से उसके भैया-भाभी द्वारा बालिका का विवाह एक किसान से किया जा रहा था। जबकि बालिका पढऩे में अच्छी है। बालिका आगे की पढ़ाई करना चाहती है। लेकिन सभी से बातचीत करने पर पता चला कि टीम के वापस जाने पर बालिका का विवाह संपन्न कर दिया जाएगा। इस पर टीम ने पंचनामा तैयार किया, फिर बालिका को रेस्क्यू कर सखी वन स्टाप सेंटर ले आए। (CG child marriage)