29 दिसंबर को ग्राम केवरा निवासी नंदलाल चौधरी ने प्रतापपुर थाने में सूचना दी कि उसका बेटा संतोष चौधरी 28 दिसम्बर को दिन में झगड़ा करके घर का धान बिक्री करने को बोल रहा था। मना करने पर जबरन 2 बोरी धान बेच दिया। फिर रात में वापस आया और घर के सभी सदस्यों से धान का पैसा नहीं देते हो कहकर झगड़ा करने लगा।
इसके बाद परिवार के सभी सदस्य घर से बाहर चले गए। कुछ देर बाद संतोष घर से फिर कहीं चला गया तब वे सभी घर वापस आए और खाना खाकर सो गए। घर के दरवाजे को खुला छोड़ दिए, सुबह उठकर संतोष को जगाने गए तो वह मृत अवस्था में पड़ा मिला।
पिता की सूचना पर प्रतापपुर पुलिस मौके पर पहुंची व शव पंचनामा के बाद पीएम के लिए भेजा। इसके बाद मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि मृतक के साथ उसके पिता, भाई व बहन द्वारा घटना दिवस को मारपीट की गई थी। इधर मृतक की शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने धारा ३०२ के तहत अपराध दर्ज कर लिया।
शक के आधार पर हिरासत में लिए गए परिजन
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में प्रतापपुर पुलिस द्वारा विवेचना की गई। पुलिस ने शक के आधार पर मृतक के पिता नंदलाल चौधरी, भाई मनोज व बहन देवती को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों ने मृतक की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया।
इस पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एसआई नवल किशोर दुबे, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, भागवत दयाल पैंकरा, रामाधीन श्यामले, परशुराम पैंकरा, आरक्षक हरिचंद्र दास, महिला आरक्षक हेमकुमारी व सैनिक दिलबर सांडिल्य सक्रिय रहे।
यह भी पढ़ें Video Story: पिकनिक मनाकर लौट रहे पर्यटकों की अचानक पड़ी बाघ पर नजर, रह गए सन्न
भाई-बहन ने पीटा, पिता ने तकिया से नाक-मुंह दबा दिया
पूछताछ में आरोपी नंदलाल चौधरी ने बताया कि उसका बेटा संतोष हमेशा घर में झगड़ा विवाद कर पैसा मांगता था। घटना दिनांक को घर से 2 बोरी धान लेकर बिक्री कर रुपए को खा-पीकर खत्म कर दिया। फिर घर आकर किसान निधि की राशि के बारे में हिसाब करते हुए रकम की मांग करने लगा।
पैसा नहीं देने पर संतोष द्वारा उससे मारपीट की गई। इससे क्षुब्ध होकर भाई मनोज व बहन देवती ने उसकी बेदम पिटाई कर दी। इससे वह बेहोश हो गया तो भाई-बहन उसे उठाकर बेड पर सुला दिया। इसके बाद पिता उसने तकिया से नाक-मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी।