गौरतलब है कि सूरजपुर से लगे ग्राम केतका, मानी व पोड़ी के जंगल से भटककर कुंजनगर पहुंचा भालू झारपारा होते हुए अवराडुग्गू बस्ती होते वेयर हाउस गली से सीधा एनएच 43 पर पहुंच गया। सडक़ पर भालू को दौड़ते देख लोग भयभीत हो इधर उधर भागने लगे।
इसी दौरान मुख्य मार्ग निवासी घर के बाहर खड़ी 87 वर्षीय वृद्धा सरबती अग्रवाल पति स्व. रामबिलास अग्रवाल भालू को पास आता देख दौडक़र घर के भीतर जाने लगी, इसी हड़बड़ी में पक्की सडक़ पर गिरने से उसका एक हाथ टूट गया। परिजनों द्वारा उसे इलाज के लिए अंबिकापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कुत्तों ने दौड़ाया तो नर्सरी में घुसा भालू
वृद्ध महिला के जख्मी होने के बाद भालू को देख कुत्तों ने दौड़ाना शुरु किया। इधर ग्रामीणों द्वारा भी हो-हल्ला मचाने से भालू बिश्रामपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से होते नर्सरी में जा घुसा। स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना वन कर्मियों को दी है।
वृद्ध महिला के जख्मी होने के बाद भालू को देख कुत्तों ने दौड़ाना शुरु किया। इधर ग्रामीणों द्वारा भी हो-हल्ला मचाने से भालू बिश्रामपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से होते नर्सरी में जा घुसा। स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना वन कर्मियों को दी है।
रिहायशी क्षेत्र में घुस रहे भालू
क्षेत्र में लगातार वन की कटाई से वन्य प्राणी भोजन पानी की तलाश में जंगल से रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं। पिलखा पहाड़ के अतिरिक्त मानी, पोड़ी, केतका के जंगलों में भालू बड़ी तादाद में रहते है।
मुंगफली व खजूर के सीजन में भालू पिलखा पहाड़ पार कर बस्ती में पहुंचते रहते हैं। इसी क्रम में एक भालू पिछले दिनों केनापारा तेलईकछार में भी पहुंचकर काफी आतंक मचाया गया था।