प्रतापपुर के सुदूर वनांचल क्षेत्र घूमाडांड़ के ग्राम कठरा निवासी सुधु कोड़ाकू पिता रामा 60 वर्ष मंगलवार को करमा त्यौहार मनाने ग्राम ढलमेला गया था। यहां से वह देर शाम करीब 7 बजे जंगल के रास्ते घर लौट रहा था।
घुई वन परिक्षेत्र अंतर्गत कक्ष क्रमांक पी-233 बीट के नीलकंठपुर सर्किल जजावल अंतर्गत ढलमेला घटोरिया के पास 3 हाथियों से उसका सामना हो गया। बुजुर्ग कुछ कर पाता इससे पहले ही हाथियों ने उसे जमीन पर उठाकर पटक दिया और कुचलकर मार डाला। रातभर बुजुर्ग घर नहीं पहुंचा तो उसकी खोजबीन शुरु हुई।
इसी बीच बुधवार की सुबह उसकी लाश जंगल के रास्ते में पड़ी मिली। इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर पीएम के लिए प्रतापपुर अस्पताल भिजवाया।
पीएम पश्चात उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया। विभाग द्वारा मामले में मुआवजा प्रकरण तैयार करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
हाथियों की धमक से ग्रामीणों में दहशत
प्रतापपुर विकासखंड के वनांचल क्षेत्र में इन दिनों अलग-अलग दल में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों द्वारा ग्रामीणों की फसलों को चौपट किया जा रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत व आक्रोश है।
हाथियों की धमक से ग्रामीणों में दहशत
प्रतापपुर विकासखंड के वनांचल क्षेत्र में इन दिनों अलग-अलग दल में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों द्वारा ग्रामीणों की फसलों को चौपट किया जा रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत व आक्रोश है।
बताया जा रहा है कि क्षेत्र में 3 हाथियों के विचरण को लेकर गांव में मुनादी कराई गई थी। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग द्वारा हाथियों की सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं किए जाने से लोगों की जान जा रही है।