आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमरनाथ मिश्र ने बताया कि अभी गर्मी का कहर जारी रहेगा। मार्च में अमूमन तापमान में इतनी बढ़ोतरी नहीं होती है। इस बार लगातार एक माह से पछुआ हवा चल रही हैं। इसी के चलते फरवरी में भी रिकॉर्ड गर्मी पड़ी। तापमान में वृद्धि से सापेक्षिक आद्रता नमी में भी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरआर सिंह ने कहा कि जो फसलें पकने की प्रक्रिया में हैं, उन्हें तेज तापमान से नुकसान हो सकता है।
फसलों के लिए घातक है हर दिन मौसम का बदलता मिजाज
तारीख | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
25 मार्च | 32.5 डिग्री सेल्सियस | 14 डिग्री सेल्सियस |
26 मार्च | 33 डिग्री सेल्सियस | 16 डिग्री सेल्सियस |
27 मार्च | 34 डिग्री सेल्सियस | 13.5 डिग्री सेल्सियस |
28 मार्च | 35 डिग्री सेल्सियस | 14.5 डिग्री सेल्सियस |
29 मार्च | 36.5 डिग्री सेल्सियस | 16 डिग्री सेल्सियस |
30 मार्च | 39.5 डिग्री सेल्सियस | 18.5 डिग्री सेल्सियस |