जिले के घर-घर में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए जिला दुग्ध संघ सक्रिय हो गया है। दुग्ध संघ निष्क्रिय दुग्ध समितियों को सक्रिय करने के लिए दुग्ध संघ की ओर से सार्थक प्रयास किया जा रहा है और उसके साथ ही दूध उत्पादन और खपत बढ़ाने के लिए दुग्ध संघ रणनीति तैयार कर रहा है। दुग्ध संघ इस प्रयास में है कि दूध से बनने वाला हर सामान यहां से बने और बाजारों में बिक्री के लिए पहुंचे।
जिले में हैं 516 दुग्ध समितियां जिले में दुग्ध उत्पादन में 516 दुग्ध समितियां लगी हैं लेकिन 516 दुग्ध समितियों में से सिर्फ 256 समितियां ही सक्रिय हैं। इन समितियों के माध्यम से प्रतिदिन 10 हजार लीटर दूध अयोध्या मण्डल भेजा जाता है। दूध की पैकिंग और अन्य उत्पाद अयोध्या में ही बनता है जो बिक्री के लिए यहां भेजा जाता है। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने बताया कि सभी दुग्ध समितियों को सक्रिय किया जा रहा है। इससे आने वाले कुछ महीनों में परिणाम आने लगेंगे। दुग्ध और अन्य उत्पाद यहां से बनना शुरू हो जायेगा।