एक अगस्त 2021 को शिवांक की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत गई। पिता का कहना है कि बेटे की हत्या की गई है। इस संदर्भ में उन्होंने दिल्ली के एसएचओ बेगमपुरा में तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव शिवप्रताप को सौंप दिया। तीन अगस्त को वह बेटे का शव लेकर सुलतानपुर आ गये और कूरेभार पुलिस को सूचना दी। रिटायर्ड सूबेदार शिव प्रताप का आरोप है कि एसपी से लेकर डीएम तक उन्होंने इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने नहीं सुना। नतीजन वह बाजार से डीप फ्रीजर खरीद लाये, जिसमें अपने बेटे का शव रखकर इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।
एसओ कूरेभार श्रीराम पांडेय ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। लेकिन, मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए पुलिस कुछ नहीं कर सकती।