बाइबिल लेकर प्रार्थना करती दिखी महिलाएं
राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के अध्यक्ष सर्वेश सिंह ने घटना का विरोध जताया है। उन्होंने कहा, “आज मुझे सूचना मिली है कि यहां हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। जब मैं मौके पर पहुंचा तो देखा कि सभी के हाथ में बाइबिल थी और प्रार्थना हो रही थी। कुछ हिंदू माताएं और बहनें ईसा मसीह के गुणगान में व्यस्त थीं। जब मैंने कहा कि क्या हिंदुओं के देवी-देवता नहीं होते तो कुछ लोग मुझे मारने पर उतारू हो गए। किसी तरह मैंने अपनी जान बचाई और भागकर पुलिस को सूचना दी।” पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि ईसाई धर्म के कुछ लोग पैसे का लालच देकर लोगों को बाइबिल पढ़ा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने दोनों ही पादरियों को गिरफ्तार कर लिया। मामला दर्ज करा दिया है। कार्रवाई चल रही है। ये दोनों केरल के रहने वाले हैं। इनकी जड़ें पूरे जिले में सौ जगहों पर फैली हुई हैं।
थाना प्रभारी प्रशांत सिंह ने बताया कि थाना कोतवाली नगर के महुआरिया मोहल्ले में सूचना मिली थी कि वहां पर ईसाई धर्म के कुछ लोग धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो मामला सच पाया गया। इस संबंध में दो अभियुक्तों साल्विन और सैनी को हिरासत में लिया गया है जो वहां पर ईसाई धर्म का प्रचार कर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे थे। उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3, 5, 1 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आवश्यक कार्रवाई की जा रही है और जांच जारी है।