बस-ऑटो का भी बढ़ा किराया
डीजल-पेट्रोल की बेतहाशा बढ़ती कीमतें आम आदमी की जेब में आग लगा रही हैं। डीजल-पेट्रोल के रिकॉर्ड तोड़ बढ़ते दामों से मंहगाई अपने उच्चतम स्तर पर कुलांचे मार रही है। आम आदमी महंगाई की मार से जूझ रहा है। इसका सीधा असर परिवहन पर पड़ा है। ट्रेन, बस, ऑटो व अन्य सवारी गाड़ियों का भाड़ा भी तेजी से बढ़ा है। यात्रियों को सौ के बदले डेढ़ सौ रुपये खर्च करना पड़ रहा है। टैम्पो, ऑटोरिक्शा वाले 10 के बजाय 20 रुपए वसूल रहे हैं।
डीजल-पेट्रोल की बेतहाशा बढ़ती कीमतें आम आदमी की जेब में आग लगा रही हैं। डीजल-पेट्रोल के रिकॉर्ड तोड़ बढ़ते दामों से मंहगाई अपने उच्चतम स्तर पर कुलांचे मार रही है। आम आदमी महंगाई की मार से जूझ रहा है। इसका सीधा असर परिवहन पर पड़ा है। ट्रेन, बस, ऑटो व अन्य सवारी गाड़ियों का भाड़ा भी तेजी से बढ़ा है। यात्रियों को सौ के बदले डेढ़ सौ रुपये खर्च करना पड़ रहा है। टैम्पो, ऑटोरिक्शा वाले 10 के बजाय 20 रुपए वसूल रहे हैं।
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बेकाबू महंगाई ने बिगाड़ा किचन का बजट
ढुलाई खर्च बढ़ने के कारण तकरीबन सारे समान महंगे हो गए हैं। बीते छह महीनों में सब्जियों, खाद्य तेल, दाल, फल, रसोई गैस आदि की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। महंगाई से सबसे ज्यादा परेशानी गृहणियों को है। उन्हें घरेलू बजट संतुलित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। जरूरी सामान में कटौती कर घर के खर्च चल रहे हैं। लोगों को घटी आय के बीच घर का बजट संभालना मुश्किल हो गया है। किचन का बजट गड़बड़ा गया है।
बोलीं गृहणियां-
शिक्षिका मंजू सिंह कहती हैं पेट्रोलियम पदार्थों के दामों आया अप्रत्याशित उछाल से मंहगाई अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके चलते दाल, सरसों का तेल, रिफाइंड आदि खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। सरकार को अविलंब मंहगाई पर कंट्रोल करना चाहिए।
शिक्षिका मंजू सिंह कहती हैं पेट्रोलियम पदार्थों के दामों आया अप्रत्याशित उछाल से मंहगाई अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके चलते दाल, सरसों का तेल, रिफाइंड आदि खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। सरकार को अविलंब मंहगाई पर कंट्रोल करना चाहिए।
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पेशे से चिकित्सक डॉ. किरण अग्रवाल ने कहा कि सरकार महंगाई को किसी भी प्रकार से नियंत्रित नहीं कर पा रही है। तेल के दाम बढ़ने से घरेलू उपयोग के चीजें भी महंगी हो गई हैं।
गृहणी ललिता कहती हैं कि गरीब परिवारों के लिए जरूरी सामान की बढ़ती कीमतें परेशान करने वाली हैं। पहले से ही लोगों के सामने महंगाई मुंह फैलाकर खड़ी है। अब पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतें ने आग में घी डालने का काम किया है।