दरअसल, मेनका गांधी के पुत्र और पीलीभीत से BJP सांसद Varun Gandhi आए दिन अपनी सरकार पर सवाल उठाते रहते हैं। इससे राजनैतिक गलियारों में ये चर्चा होने लगी की इस बार लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गांधी और उनकी मां पार्टी छोड़ सकती हैं, लेकिन आज इन सब बातों पर मेनका गांधी ने विराम लगा दिया है।
शिक्षक और विद्यार्थी के बीच चोरी की कहानी सुनाई
मेनका गांधी ने चौपाल में शिक्षक की चोरी की कहानी आम जनमानस के बीच सुनाई। उन्होंने कहा, “शिक्षक ही जब विद्यार्थियों का सामान चोरी कर रहे हैं तो शिक्षा की क्या नसीहत देंगे।” उन्होंने बताया, “एक परीक्षार्थी का मेरे पास फोन आया। मैने शिक्षक को फोन पर हड़काया। नौकरी जाने की बारी आई तो आनन-फानन में शिक्षक ने बोर्ड परीक्षार्थी का फोन वापस लौटाया।”
पुलिस वालों ने चोरी का सामान ढूंढ लिया लेकिन रख लिया
मेनका गांधी ने बिसावां, कैंधना कला गांव में चौपाल लगाया जिसमे बड़ी संख्या में महिला और पुरुष नागरिक पहुंचे। उन्होंने कहा, “पुलिस वालों ने चोरी का सामान ढूंढ लिया लेकिन रख लिया है। पुलिस स्टेशन की सेवा के लिए। अब तो मुझे माफी मांगनी ही पड़ेगी। आप लेखपालों को रिश्वत देने के बजाय मेरे पास आइए मैं आपकी हर समस्या का समाधान कराऊंगी।”
प्रधानमंत्री योजना के लिए 160 करोड़ की सड़कें लेकर आई
मेनका गांधी ने आगे कहा, “आपके लिए मैं प्रधानमंत्री योजना के लिए 160 करोड़ की सड़कें लेकर आई हूं। आपने जो मुझ से मांगा वह मैं आपके लिए कर दी हूं।” चौपाल में लोगों ने अपनी समस्याएं बताई और सांसद ने समाधान के लिए अपने प्रतिनिधि रंजीत कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
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मेनका गांधी ने कहा, “मैं हर समस्या का समाधान कराने के लिए ही आपके पास आती हूं। आप बेधड़क हमारे प्रतिनिधि रंजीत कुमार को लिखित रूप में समस्या दीजिए। अधिकारियों से वार्ता कर हर हाल में उसका समाधान कराया जाएगा।”