एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों में शामिल दो नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम, चार नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम, एक महिला नक्सली पर 3 लाख रुपये का इनाम और शेष दो नक्सलियों (एक महिला, एक पुरुष) पर 2-2 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में रनसाय उर्फ मनोज उर्फ ओयाम बुस्का प्लाटून नंबर 24 का कमांडर, प्रदीप उर्फ रव्वा राकेश पीएलजीए बटालियन नंबर 01 का सदस्य (8 लाख), कवासी सोना, नवीन उर्फ सोड़ी मंगा, मड़कम जोगा, मुचाकी देवा (5 लाख), माड़वी सुक्की (3 लाख), करताम वेल्ली, माड़वी राकेश (2 लाख) शामिल है।
पुनर्वास नीति से हुए प्रभावित
आत्मसमर्पित नक्सलियों ने बताया कि वे छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का निर्णय लिया। इसके अलावा, पुलिस के बढ़ते प्रभाव और अंदरूनी इलाकों में पुलिस कैंप स्थापित होने के कारण नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का रास्ता चुना। यह भी पढ़ें