छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैप स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सली हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय 01 महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया।
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आत्मा समर्पित महिला नक्सली संगठन में एक लाख इनामी सिंघनमड़गू आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्षा पदाम सोमे पिता स्व.नंदा, 29 वर्ष निवासी छोटेकेड़वाल थाना चिंतलनार जिला सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से आज 06 नवंबर बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में निरीक्षक अविलाश टण्डन, प्रभारी डीआरजी जिला सुकमा एवं उप निरीक्षक निरंजन वराड डीआईजी रेंज सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। उक्त महिला नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में आरएफटी सुकमा सूचना शाखा की विशेष भूमिका थी। उक्त आत्मसमर्पित महिला नक्सली को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधा प्रदान की जाएगी।