पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इन नक्सलियों ने ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ‘नियद नेल्ला नार’ योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले
नक्सलियों में से एक नक्सली वंजाम रामा (28 वर्ष) है, जो कि अरलमपल्ली पंचायत मिलिशिया सदस्य था और दिरदो पोज्जा (23 वर्ष) भी इसी पंचायत का मिलिशिया सदस्य था।
दोनों नक्सलियों ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सुकमा में सीआरपीएफ 219 वाहिनी के सहायक कमाण्डेंट रेहान अली खान, सीआरपीएफ 50 वाहिनी के सहायक कमाण्डेंट सुरेश कुमार और सुकमा डीआरजी प्रभारी निरीक्षक अविलाष टण्डन के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
सहायता राशि व पुनर्वास सुविधा मिलेगी
छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को सहायता राशि और अन्य पुनर्वास सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, ताकि वे अपनी जिंदगी को एक नई दिशा दे सकें और समाज में शांति व विकास में अपना योगदान दे सकें।