घने जंगलों में मुठभेड़
सुबह – सुबह सुकमा के जंगलों में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। जवान जंगल में सर्चिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे माओवादियों ने जवानों पर जोरदार फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी का मुहतोड़ जवाब देते हुए जवानों ने भी जमकर फायरिंग की, जिसमें एक आतंकी ढेर हो गया। जवानों का पलड़ा भारी देख नक्सली झाड़ियों के आड़े भाग निकले। सुरक्षाबलों ने जंगल से हथियार, नक्सली सामान और एनकाउंटर हुए माओवादी का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
SP ने दी मुठभेड़ की जानकारी
हमले की जानकारी देते हुए SP (Superintendent of police) किरण चव्हाण ने बताया कि, सलातोंग के जंगल में नक्सलियों और जवानों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें एक आतंकी ढेर हुआ है। नक्सलियों की और से लगातार गोलीबारी की जा रही है। नक्सलियों के पीएम में मिला था ‘एकोनाइट’ जहर
बस्तर में मतदान से तीन दिन पहले यानी (16 अप्रैल दिन – मंगलवार) जवानों और नक्सलियों के बीच अब तक का सबसे बड़ा मुठभेड़ हुआ था। इस हमले में जवानों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ में जवानों का पलड़ा भारी देख नक्सली अपने साथियों के लाश जंगल में ही छोड़कर भाग निकले थे। जवानों ने मारे गए नक्सलियों का शव बरामद किया। इन शवों का मेडिकल कॉलेज के अलग- अलग डॉक्टरों की टीम ने 18 अप्रैल को पोस्टमार्टम किया था। पीएम से पहले माओवादियों के शव की तलाशी ली गई थी, जिस दौरान डॉक्टर्स को कपड़ों के जेब से
‘एकोनाइट’ नामक जहर मिला।
90 दिनों में 80 से अधिक नक्सलियों का हुआ एनकाउंटर
नक्सलियों का खात्मा करने अब जवान जोरों-शोरों से अभियान चला रहे है। सुरक्षाबलों के द्वारा अभियान चलाने से 200 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। वहीं मुठभेड़ में 80 से ज्यादा आतंकियों का एनकाउंटर हुआ है। जवानों द्वारा चलाए गए अभियान के बाद बस्तर में नक्सली दशहत कम हो रहे है। अभियान के साथ ही जवान बस्तर के हर इलाके में अपने कैंप खोल रहे है और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर धुर नक्सली इलाकों के ग्रामीणों में जागरूकता ला रहे है और उनका इलाज भी करवा रहे है।