राजसमंद झील को भरने वाले खारी फीडर को चौड़ा करवाने के लिए तत्कालीन कांग्रेस राज में 79.94 करोड़ रुपए की प्रशासनिक और वित्तिय स्वीकृति तक जारी हो गई थी। इसके बाद टेण्डर अपलोड किए गए थे। टेण्डर में सिर्फ एक ठेकेदार के भाग लेने के कारण उसे निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद दुबारा टेण्डर अपलोड किए गए, लेकिन विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लग गई। भाजपा सरकार बनने के बाद पिछली सरकार के अधिकांश कामों पर अघोषित रोक लगा दी गई थी। इसके कारण पूरा काम ठंडे बस्ते में चला गया। ऐसे में अब 4 जून को लोकसभा चुनाव के तहत लगी आचार संहिता हटने के बाद इसके लिए राजनीतिक एवं प्रशासनिक स्तर पर फिर से प्रयास करने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि बाघेरी का नाका भरने के बाद उसका ओवरफ्लो पानी नंदसमंद झील में आता है। वहां से खारी फीडर के माध्यम से पानी राजसमंद झील में पहुंचता है। इससे झील में पानी की आवक होती है। उक्त पूरे प्रोजेक्ट पर 137 करोड़ रुपए खर्च होना प्रस्तावित है।
फैक्ट फाइल
– 400 क्यूसेक पानी की वर्तमान में होती है आवक – 800 क्यूसेक की आवक होगी चौड़ाहाने के बाद – 32.40 किमी खारी फीडर की लम्बाई – 4.60 मीटर वर्तमान में फीडर की चौड़ाईयूं चला था घटना क्रम
कांग्रेस राज्य में बजट घोषणा में 80 करोड़ की लागत से राजसमंद झील को भरने वाली खारी फीडर को चौड़ा करने की घोषणा की थी। इसकी डीपीआर तैयार करवाई गई। सितम्बर 2023 के प्रथम सप्ताह में प्रथम चरण के लिए 79.94 करोड़ का टेण्डर आमंत्रित किए गए थे। उक्त टेण्डर को 27 सितम्बर 2023 को खोला गया। इसमें सिर्फ एक ही फर्म ने भाग लिया। उक्त फर्म ने भी टेण्डर में बीएसआर दर से 40 प्रतिशत अधिक रेट भरी जो कि करीब 92 करोड़ बताई गई थी। इस पर सिंचाई विभाग ने आनन-फानन में संवेदक को बुलाकर उससे बातचीत की थी, लेकिन बात नहीं बनने पर 6 अक्टूबर को टेण्डर को निरस्त कर पुन: टेण्डर आमंत्रित किए गए थे।
तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने कर दिया था शिलान्यास
शहर के अणु विभाग में 6 अक्टूबर 2023 को तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी के मुख्य आतिथ्य में विधानसभा क्षेत्र में 200 करोड़ के प्रोजेक्ट के शिलान्यास और लोकार्पण किए गए थे। इसमें खारी फीडर को चौड़ा करने के कार्य का शिलान्यास भी शामिल था। जबकि उक्त कार्य के लिए सिंचाई विभाग की ओर से संवेदक को कार्यादेश तक जारी नहीं किया गया था।
40 करोड़ की घोषणा भी रह गई अधूरी
तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी और जलदाय मंत्री मालवीय महेन्द्रजीत सिंह मालवीय जुलाई माह के अंत में जिले के दौर पर आए थे। उन्होंने नमाना एनिकट आदि के लोकार्पण समारोह के दौरान जलदाय मंत्री ने कांग्रेस पदाधिकारियों की मांग पर झील की मरम्मत के लिए 40 करोड़ की घोषणा की थी। इस पर सिंचाई विभाग के अधिाकरियों ने 46 करोड़ के प्रस्ताव बनाकर भेजे थे, लेकिन वह घोषणा भी अमली जामा नहीं पहन पाई थी।
फिलहाल कोई दिशा-निर्देश नहीं
वर्तमान में आचार संहिता लगी हुई है। खारी फीडर को चौड़ा करने के संबंध में टेण्डर आदि के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्यवाही की जाएगी।