अधिकारी इस संबंध में विस्तार से कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि व्यवसायी के पटना में छह प्रतिष्ठान हैं। आयकर विभाग की टीम के साथ वैल्यूएशन टीम को भी बुलाया गया है।
स्वर्ण व्यवसायी ने नोटबंदी के बाद करोड़ों रुपये के पुराने नोट विभिन्न बैंकों में जमा कराये थे। माना जा रहा है कि नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर रुपये जमा करने को लेकर आयकर विभाग की अबतक की बिहार में यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।
गौरतलब है कि देश में मोदी सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1000 के पुराने नोटों पर बैंन लगाने की घोषणा की थी। सरकार ने इस घोषणा के पीछे का उद्देश्य बताते हुए कहा था कि इससे कालाधन बाहर आएगा तथा बाजार में चल रहे नकली नोटों पर भी लगाम लगेगी।
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