यह है मामला
गोपालगंज थाना क्षेत्र के स्नेह नगर निवासी 24 वर्षीय महिला ने शिकायत में बताया कि रविवार की सुबह करीब 10.30 बजे उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया। उसमें घर बैठे एक्सट्रा इनकम की बात की गई। इसके बाद मैसेज करने वाले ने एक सोशल मीडिया ग्रुप पर जोड़ा और एक टॉस्क पूरा करने कहा। जिसमें बताया कि 3000 एंट्री चार्ज है और टास्क पूरा होने पर 5000 रुपए मिलेंगे। महिला ने 3 हजार रुपए भेजे इसके बाद टास्क पूरा किया तो 5 हजार रुपए भेज दिए गए, दूसरा टास्क पूरा करने पर 15 हजार रुपए भेजे। इसके बाद ठगों के दिए लालच में महिला पूरी तरह से फंस गई और एक के बाद एक टास्क करने लगी।
बंपर ऑफर का दिया लालच
ठगों ने जब महिला को तीन टास्क की रमक का भुगतान कर दिया तो बंपर स्कीम का ऑफर दिया। जिसमें एंट्री फीस 15 हजार रुपए और ऑफर राशि 3 लाख रुपए बताई। महिला ने 15 हजार रुपए भेजे और बंपर स्कीम का टास्क भी पूरा कर लिया। इसके बाद जब महिला ने 3 लाख रुपए भुगतान के लिए बोला तो ठग ने कहा इसके लिए आपको राशि का 25 प्रतिशत टैक्स यानी 75 हजार रुपए भुगतान करने कहा गया। ठग के जाल में फंसी महिला ने अलग-अलग खातों में वह राशि भी भुगतान कर दी। इसके बाद न ऑफर की रकम मिली न ही खुद के रुपए।
बैंक से भी नहीं मिली मदद
महिला ने बताया कि जब उसे ठगी आ अंदाजा हुआ तो तत्काल टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल किया, जो डायल-100 से कनेक्ट हो गया। पुलिस ने पूरी जानकारी ली और अधिकारियों से बात कराने कहा, लेकिन इसके बाद कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इसके बाद महिला ने संबंधित बैंक के टोल-फ्री नंबर पर फोन किया तो वहां से बताया गया कि वे अपनी बैंक में जाकर मामले की शिकायत करें।
डॉक्टर को डिजीटल अरेस्ट किया था
साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को सागर में पहला डिजीटल अरेस्ट का मामला सामने आया था, जहां ठगों ने शहर के एक सीनियर डॉक्टर को फोन कर खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच और सीबीआई का अधिकारी बताया। ठगों ने उन पर 25 लाख रुपए ड्रग डीलर को ट्रांसफर करने का आरोप लगाते हुए जांच करने की बात कही। इस दौरान उनको कुछ ऐसे दस्तावेज भी भेजे कि डॉक्टर भी डर गए और उनको अपने बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड, ट्रेडिंग सहित पूरी जानकारी दे दी। इसके बाद ठगों ने बयान दर्ज करने के नाम पर डॉक्टर को वीडियो कॉल किया और डिजीटल अरेस्ट कर लिया, इसके बाद वे डेढ़ घंटे तक एक कमरे में कैद होकर फोन के सामने बैठे रहे। हालांकि डॉक्टर ने एक चतुराई दिखाई और वे ठगी का शिकार होने से बच गए।