मौलानाओं के द्वारा उसके खिलाफ जारी किए गए फतवों पर मुस्लिम महिला ने सवाल उठाए हैं। मौलानाओं को आड़े हाथों लेते हुए और कड़ा प्रहार करते हुए उसका कहना है कि जुआ, सट्टा, शराब, दुष्कर्म, गौ हत्या को लेकर मौलानाओं के द्वारा फतवे क्यों नहीं जारी होते हैं? इसके साथ ही रूबी आसिफ खान ने कहा कि ट्रिपल तलाक को लेकर फतवा क्यों नहीं जारी होता है? जिसके चलते मुस्लिम महिला रूबी आसिफ खान ने महिलाओं के साथ अत्याचार के मामलों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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बहन बेटियों पर अत्याचार करने वालों पर जारी हो फतवा
दरअसल पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना देहली गेट क्षेत्र के माबूदनगर इलाके का है। जहां माबूदनगर निवासी मुस्लिम महिला रूबी आसिफ खान ने बुधवार को बुलंदशहर जिले के नरोरा घाट स्थित गंगा नदी में गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने पहुंची थी। नरोरा घाट के गंगा नदी में गणेश मूर्ति विसर्जन करने के बाद महिला रूबी आसिफ खान ने मीडिया से बातचीत में कट्टरपंथी मौलवियों को आड़े हाथ लेते हुए कट्टरपंथी मौलवी ओ पर कई सवालिया निशान खड़े किए हैं। महिला ने अब मौलवियों पर सवाल कसने शुरू कर दिए हैं। रूबी आसिफ खान ने कहा कि बहन-बेटियों के साथ अत्याचार करने वाले इन मौलानाओं के खिलाफ भी फतवा जारी होना चाहिए। लेकिन यहां तो मौलाना सिर्फ पूजा-अर्चना करने वाले लोगों पर ही निशाना साधते हैं। जबकि फतवा जारी करने की बात कहते हैं।
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आपको बता दें कि नरौरा घाट पर गणेश प्रतिमा विसर्जन करने के दौरान नरोरा घाट पर रूबी आसिफ खान अपनी दो बहनें और पति आसिफ के साथ पहुंची थी। इस दौरान सुरक्षा को लेकर भी नरौरा घाट पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई थी। गणेश प्रतिमा विसर्जन किए जाने के बाद महिला रूबी आसिफ खान का कहना था कि 31 अगस्त को उसके अपने पति सहित परिवार के लोगों के साथ मिलकर अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की गई थी। उसके बाद ही कट्टरपंथी मौलवियों ने जानबूझकर उसके खिलाफ फतवा जारी कर दिया।