पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक लाली का रविवार तड़के बीमारी के कारण निधन हो गया। पत्नी के निधन के बाद पति को ऐसा सदमा लगा कि उन्हें तत्काल जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया।
इसी बीच परिजन लीला का अंतिम संस्कार करने गए। आईसीयू में भर्ती जैन ने अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने की जिद की, जिसके चलते उन्हें अस्पताल से श्मशान घाट ले जाया गया।
उन्होंने अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी कीं, जिसके बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जैन को कुछ देर बाद हालत बिगडने पर शाम को ग्वालियर रेफर कर दिया गया, जहां ले जाते समय उनका भी निधन हो गया।
परिजनों ने आनन-फानन में रविवार को ही उनका भी अंतिम संस्कार कर दिया। दंपति ने जीवन के 63 साल साथ बिताए थे। जैन दंपति के परिवार में सात पुत्र और एक पुत्री के अलावा एक दर्जन से अधिक नाती-पोते हैं।