आधिकारिक जानकारी के अनुसार सीएम मोहन यादव 7 सितंबर और 8 सितंबर को शोक व्यक्त करने आने वाले आगंतुकों से मुलाकात के लिए उज्जैन निवास पर ही रहेंगे। इन दो दिनों तक सीएम सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोबारा दोपहर 4 बजे से शाम 7 बजे तक आगंतुकों के लिए उपलब्ध रहेंगे। दोनों दिन वे उज्जैन की गीता कॉलोनी स्थित निवास पर ही लोगों से मिलेंगे।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव का 3 सितंबर को देवलोक गमन हुआ था। 4 सितंबर को दोपहर में उनका अंतिम संस्कार हुआ। इसके तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सक्रिय हो गए थे। उन्होंने उसी दिन प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई घटनाओं के बारे में संबंधित कलेक्टरों से बातचीत कर आवश्यक निर्देश दिए।
अगले दिन यानि 05 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन के ही माधव नगर के उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षक सम्मान समारोह में सहभागिता की और भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट स्कूल के कार्यक्रम से भी वर्चुअली जुड़े। भोपाल में आयोजित एक राष्ट्रीय संगोष्ठी को भी उज्जैन से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबोधित किया।
06 सितम्बर को सीएम मोहन यादव सुबह भोपाल पहुंचे और मंत्रालय में वाणिज्यिक कर विभाग, खनिज विभाग तथा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण और विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण विभाग की समीक्षा की। इसके बाद वे फिर उज्जैन लौट गए।
7 सितंबर को भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खजुराहो पहुंच गए जहां एयरपोर्ट पर मध्यप्रदेश के सपूत शहीद प्रदीप पटेल की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किए। सीएम ने उन्हें सेल्यूट किया और श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने शहीद के परिजनों को 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की।