Ayurveda College: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Dr Mohan Yadav) ने ऐलान किया कि एमपी के 5 जिलों में नए आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जाएंगे। ये सभी कॉलेज सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर खोले जाएंगे। ये मेडिकल कॉलेज मॉडर्न सुविधाओं से लेस होंगे। एमपी सीएम ने आयुष विभाग (Department of AYUSH) की समीक्षा बैठक के दौरान ये फैसला सुनाया।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि केंद्र सरकार खजुराहो में भी योग संस्थान (Yoga Institute) की स्थापना करने का लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इसी सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल (PPP) पर राज्य के अन्य राज्यों विशेष रूप से जनजातीय बहुल क्षेत्रों में भी आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि, मध्यप्रदेश में अभी 7 सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज हैं।
कोरोना महामारी के बाद बढ़ा आयुर्वेद का महत्व
बैठक में सीएम ने बताया कि कोविड-19 (कोरोना) महामारी के बाद जनता के बीच आयुर्वेद की महत्ता और बढ़ी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने आयुष विभाग में पैरा मेडिकल के पाठ्यक्रम बढ़ाए जाने की बात कही है। इसमें उपचार और रोजगार के अवसर अधिक है।
केंद्र सरकार को भेजा अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान खोलने का प्रस्ताव
सीएम डॉ. मोहन यादव ने आगे एक और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi Government) सरकार (Union Government) को उज्जैन में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान को भी शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
बैठक में आयुष विभाग (Ayush Department) ने जानकारी दी कि विभाग में अब तक 332 पैरामेडिकल वर्ग (Paramedical Class) के कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। 14 यूनानी चिकित्सा अधिकारी (Unani Medicine Officer) एवं 36 होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारियों (Homeopathy Medical Officers) की नियुक्ति का आदेश भी जारी किया जा चुका है।
विभाग ने बताया है कि लोक सेवा आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक 543 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पदों को भरने का काम तेजी से चल रहा है। इसके अलावा आयुष्मान आरोग्य मंदिर में भी 533 सीएमओ की भी नियुक्ति की गई है।
आयुष विभाग की समीक्षा बैठक (Review meeting of AYUSH department) के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार मंत्री इंदर सिंह परमार और सीएमओ के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरी सहित आयुष विभाग अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।