उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजित पवार ने भी स्पष्ट किया है कि लाडकी बहीण योजना (Ladki Bahin Scheme) जारी रहेगी। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि जिन लाभार्थी महिलाओं की वार्षिक पारिवारिक आय ढाई लाख से अधिक है, उन्हें सत्यापन के बाद योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इसी के तहत अब देखा जा रहा है कि सरकारी स्तर पर लाडकी बहिन योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) के लाभार्थियों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इसके मुताबिक लातूर जिले की 25 हजार लाडली बहनों के आवेदन खारिज कर दिए गए हैं. वेरिफिकेशन में सभी अपात्र पाईं गयीं।
जानकारी के मुताबिक, लातूर जिले की 5 लाख से अधिक महिलाओं को लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) के तहत हर महीने 1500 रुपये मिले। लेकिन अब आवेदनों की जांच के बाद लातूर जिले की 25 हजार 136 लाभार्थी महिलाओं के आवेदन रद्द कर दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीन योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को अब तक सात किस्तें यानी कुल 10,500 रुपये मिल चुके हैं। इस बीच कुछ जगहों पर आवेदन में गड़बड़ी और दस्तावेजों से छेड़छाड़ की बात सामने आने पर प्रशासन ने लाभार्थियों के सत्यापन का निर्णय लिया था।
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जिला परिषद विभाग ने बताया कि लातूर जिले से मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) के 25 हजार 136 आवेदन रद्द कर दिए गए हैं। फर्जी दस्तावेज जमा करने, अधिक आय जैसे कारणों से आवेदन खारिज किया गया है। इस दौरान कुछ लाभार्थियों के दस्तावेज अधूरे भी मिले। लातूर जिले में लाडकी बहिन योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) के पहले चरण में 3 लाख 42 हजार 152 आवेदन दाखिल किये गये थे। दूसरे चरण में 2 लाख 50 हजार 67 आवेदन प्राप्त हुए। यानी कुल 5 लाख 92 हजार से अधिक आवेदन मिले, जिनकी स्क्रूटनी का काम चल रहा है। हालांकि कार्रवाई के डर से कुछ लोगों ने पहले ही पत्र लिखकर योजना से नाम हटाने के लिए कहा है। चूंकि जिन लाभार्थियों के आवेदन रद्द कर दिये गये हैं, उन्हें लाडली बहना की आगे की किस्तें नहीं मिलेंगी।