कोरोना की पहली लहर के बाद ही कोरोना स्वास्थ्य क्षेत्र जुड़े और इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन की डोज लगाई थी। जिसमें भी महिलाओं की संख्या अच्छी रही। इसके बाद साठ साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन शुरू की गई। जिसमें भी महिलाओं की संख्या कम नहीं रही। इलाके में पुरुषों के साथ ही महिलाओं में जागरुकता की कोई कमी नहीं है। इसलिए वैक्सीन सेंटरों पर महिलाओं की संख्या भी ठीक रही। जब से 45 से 60 साल तक के लोगों के लिए वैक्सीन की डोज आई तो सेंटरों पर महिलाओं की संख्या बढ़ गई और 18 से 44 साल तक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ। शुरूआती दिनों में तो महिलाओं की कतारें छोटी थी लेकिन बाद में वैक्सीनेशन सेंटरों पर पुरुष और महिलाओं की कतारें लंबी हो गई। जिसमें पुरुषों के बराबर ही महिलाओं की कतारें लगने लगी। तेज धूप व उमस भरी गर्मी में भी महिलाएं वैक्सीन लगवाने में पीछे नहीं हटीं। शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण इलाका सभी जगह महिलाओं की कतार भी कम नहीं है। चिकित्साकर्मी बताते हैं कि जबकि अन्य कई जिलों में ग्रामीण इलाके में महिलाओं में वैक्सीन लगवाने को लेकर इतना उत्साह नहीं है, जितना की श्रीगंगानगर जिले की महिलाओं में है।
पांच-पांच लाख से अधिक डोज लग चुकी – चिकित्सा विभाग के वैक्सीनेशन के आंकड़े बताते हैं कि जिले में प्रथम व दूसरी डोज मिलाकर कुल 10 लाख 99 हजार 933 लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है। जिसमें डोज लगवाने वाले पुरुषों की संख्या 5 लाख 82 हजार 513 है और महिलाओं की संख्या 5 लाख 17 हजार 219 है।
आठ लाख से पार हो चुकी पहली डोज – चिकित्सा विभाग के वैक्सीनेशन के आंकड़ों के अनुसार जिले में शनिवार तक प्रथम डोज 8 लाख 15 हजार 247 व्यक्तियों को लग चुकी है। वहीं दूसरी डोज 2 लाख 84 हजार 686 लोगों को लगाई जा चुकी है। लोगों को पहली डोज तेजी से लगाई जा रही है। इनमें कोविशील्ड की 9 लाख 62 हजार 533 डोज लगाई गई है और कोवैक्सीन की एक लाख 37 हजार 400 डोज लग चुकी है। सबसे ज्यादा डोज कोविशील्ड ही लगाई गई है।
वैक्सीन की कमी बन रही बाधा – जिले को जयपुर से वैक्सीन की लगातार डोज आवंटित नहीं होने के कारण कमी खलती रहती है। इसलिए वैक्सीनेशन का कार्य बीच में रुक जाता है। जिले में 13 लाख लोगों को वैक्सीनेशन का टारगेट है। प्रथम डोज तो टारगेट के समीप पहुंच चुकी है लेकिन अभी दूसरी डोज की संख्या बहुत ही कम चल रही है। चिकित्साकर्मियों का कहना है कि अब वैक्सीन की डोज लगातार अच्छी संख्या में मिलनी चाहिए।
इनका कहना है – जिले में वैक्सीनेशन कार्य तेजी से चल रहा है। यहां महिलाएं भी वैक्सीनेशन में पीछे नहीं है। महिला व पुरुषों को पांच-पांच लाख से अधिक संख्या में वैक्सीन की डोज लग चुकी है। कुल करीब 11 लाख डोज लोगों को लगाई चुकी है। जैसे-जैसे वैक्सीन आ रही है, वैक्सीनेशन किया जा रहा है।
डॉ. गिरधारीलाल मेहरडा, सीएमएचओ श्रीगंगानगर