सीओ ग्रामीण भंवरलाल ने बतााय कि 29 जून की रात को मुखबिर से बदमाशों के आने व किसी बैंक में डकैती की वारदात करने की सूचना के बाद 19 जीजी चौराहे पर बेरिकेट्स के साथ नाकाबंदी की गई। स्कोर्पियो को रुकने को टार्च आदि से इशारा लेकिन स्कार्पियो तेज गति में बेरिकेट्स को टक्कर मारकर श्रीगंगानगर रोड पर भगा लिया। इस पर पुलिस ने जीप से पीछा किया। महियांवाली की तरफ तेज गति से भगाकर ले जाने लगा तो अनियंत्रित होकर खेजडी के पेड से टकरा गई थी। स्कोर्पियो से 5 जने उतरकर अंधेरे का फायदा उठाते हुए खेतों की ओर भागने लगे।
पीछा कर पुलिस ने मकान नंबर 9 गली एक ब्रह्म कॉलोनी बसंती चौक के पास निवासी लखवीर सिह उर्फ लखा उर्फ बबलू पुत्र धमेन्द्र सिंह, ढीगावाली जाटान निवासी प्रदीप सिंह उर्फ दीपू पुत्र गुलाब सिंह को काबू कर लिया। दोनों आरोपियों ने प्रारम्भिक पूछताछ में अपने साथ स्कोर्पियो में ढीगावाली जाटान निवासी राणा उर्फ कुलजीत सिंह पुत्र गुलाब सिंह, जग्गा उर्फ जगजीत सिंह पुत्र छिन्दा सिंह व जग्गा का दोस्त दुल्लापुर कैरी निवासी दीप ओड बताए व जिनके पास काफी मात्रा में अवैध हथियार भी होने बताए। स्कोर्पियो में 7 जिन्दा कारतूस मिले।
तीन जने वहां से फरार हो गए। जिसकी खेतों में तलाश की गई। बाद में राणा उर्फ कुलजीत सिंह को गांव ढींगावाली जाटान में बलौर सिंह के घर से गिरफ्तार किया था। उसके बैग में तीन देशी कट्टे 12 बोर व एक अवैध बंदूक 315 बोर तथा काले रंग के रेंगजीन बैल्ट में 12 बोर के 22 जिन्दा कारतूस बरामद हुए। तीनों आरोपियों को गुरुवार को अदालत में पेश किया, जहां से उनको 4 जुलाई तक के लिए रिमांड पर लिया है।
इनसे पूछताछ के बाद कारतूस सप्लाई करने के मामले में शुक्रवार रात को आरोपी लोहारा गजसिंहपुर निवासी गुरजंट सिंह उर्फ गुरजिन्द्र सिंह व बादल पुत्र लखविन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया। दोनों को शनिवार को अदालत में पेश किया, जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बादल के पिता के नाम लाइसेंसी बंदूक है, जिसके कारतूस मिलते हैं। इन कारतूसों को चोरी कर गुरजंट सिंह व इसके बाद आरोपी राणा को बचे दिए थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बादल के पिता के नाम लाइसेंसी बंदूक है, जिसके कारतूस मिलते हैं। इन कारतूसों को चोरी कर गुरजंट सिंह व इसके बाद आरोपी राणा को बचे दिए थे।