पुलिस ने बताया कि संजय भाटिया से लूटपाट व हत्याकांड के मामले में कई पुलिस टीमों ने जांच की तथा पंप से लेकर घर तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। इसके अलावा तकनीकी साक्ष्य भी जुटाए गए थे। 31 जुलाई को वारदात को अंजाम देने व षडय़ंत्र में शरीक आरोपी मोहित उर्फ गोरिया व मोनू को वारदात के मात्र 36 घण्टों बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। इन दोनों आरोपियों से गहनता से पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए थे। टीमों की ओर से आरोपियों की लगातार तलाश चल रही थी। पुलिस ने सोमवार शाम को वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी टावर के पीछे वाली गली वार्ड नंबर तीन पुरानी आबादी निवासी हिम्मत सिंह पुत्र मांगीलाल तथा षड्यंत्र में शामिल सात जेड करणपुर चुंगी निवासी भविष्य पुत्र बंशीलाल को गिरफ्तार किया था। आरोपी भविष्य ने वारदात को अंजाम देने के लिए अपनी बाइक उपलब्ध कराई थी और वह पंप मालिक की रैकी करने में भी शामिल रहा है। दोनों आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिन के रिमांड पर लिया था। वहीं आरोपी मोहित व मोनू को रिमांड अवधि समाप्त होने पर अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। रिमांड पर चल रहे आरोपी भविष्य से पूछताछ के बाद अलग-अलग स्थानों से लूटे गए करीब एक दर्जन से अधिक मोबाइल बरामद किए थे। वहीं एक बाइक बरामद की थी। आरोपी हिम्मत सिंह व भविष्य को शनिवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। पुलिस इस मामले में फरार चल रहे दो अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।