श्रीगंगानगर शहर में शीघ्र ही ऐसा बैंक खुलने जा रहा है, जिसमें पैसे नहीं सेवा जमा होगी। टाइम बैंक ऑफ इंडिया के नाम से यह बैंक राजस्थान में अभी जयपुर और उदयपुर में सफलतापूर्वक चल रहे हैं। बैंक में खाता उनका खुलेगा, जो अकेले रह रहे बुजुर्गों को बीमारी के समय या जरूरत के समय सेवा देने की इच्छा रखते हों। शहर में इस समय बहुत से ऐसे बुजुर्ग हैं, जो एकाकी जीवन जी रहे हैं। बीमार होने पर उन्हें कोई संभालता तक नहीं। टाइम बैंक ऑफ इंडिया में खाता खुलवाने वाले ऐसे बुजुर्गों का सहारा बन सकेंगे।
टाइम बैंक की श्रीगंगानगर शाखा राजस्थान पेंशनर समाज की जिला शाखा के सौजन्य से खुल रही है। इसका लोकार्पण 23 सितम्बर को सुबह सवा दस बजे एल ब्लॉक हनुमान मंदिर में रखे गए कार्यक्रम में होगा राजस्थान पेंशनर समाज के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश महामंत्री किशन शर्मा ने बताया कि अब तक शहर में बैंक के 100 सदस्य बन चुके हैं। बैंक के संस्थापक चेयरमैन प्रबोध चंद जैन भी लोकार्पण समारोह में अपनी उपिस्थति दर्ज करवाएंगे।
मोबाइल फोन पर ग्रुप
टाइम बैंक के सदस्यों का मोबाइल फोन पर ग्रुप होगा, जिसे एडमिन ऑपरेट करेगा। किसी बुजुर्ग की ओर से सहायता मांगे जाने पर एडमिन उसी इलाके के सदस्य को बुजुर्ग की मदद की जिम्मेदारी सौंपेगा। एडमिन नए सदस्य भी बना सकेगा, लेकिन उससे पहले सदस्य बनने की इच्छा जताने वाले के बारे में सभी आवश्यक जानकारी जुटाने के बाद ही उसे सदस्यता देगा। कई बार गलत तत्व सदस्य बन कर सहायता के नाम पर बुजुर्ग से धोखाधड़ी भी कर सकते हैं।
बैंक की कार्यप्रणालीटाइम बैंक के सदस्य एकाकी जीवन जी रहे बुजुर्गों और पेंशनभोगी बुजुर्गों की जरूरत के समय सहायता करेंगे। उदाहरण के तौर पर कोई बुजुर्ग बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल ले जाकर डॉक्टर को दिखाना और दवा आदि की व्यवस्था करवाना। बुजुर्ग के स्वस्थ होने तक उसका एकाकीपन दूर करना और भोजन की व्यवस्था करना। इन कामों में सदस्य का जितना समय लगेगा, वह उसके खाते में जमा हो जाएगा।
जयपुर में हुई शुरुआतटाइम बैंक की शुरुआत सबसे पहले 2019 में जयपुर में हुई। प्रबोध चंद्र जैन ने एकाकी जीवन जी रहे बुजुर्गों को जरूरत के समय आने वाली परेशानी को समझ बैंक की स्थापना की। जयपुर की देखा-देखी आज देश के कई शहरों में टाइम बैंक का संचालन सफलतापूर्वक हो रहा है। ऐसे बुजुर्ग जिनकी बेटियों का विवाह हो चुका है और बेटे नौकरी के लिए देश के बाहर या देश में ही इतनी दूर रह रहे हैं कि मां-बाप के पास आना-जाना लगभग छूट गया है, उनके लिए टाइम बैंक वरदान साबित हुआ है। श्रीगंगानगर में एकाकी जीवन जीने वाले बुजुर्गों की संख्या कम नहीं है।
टाइम बैंक का सदस्य किसी बुजुर्ग की सेवा में जितना समय लगाएगा, वह उसके खाते में जमा होता जाएगा। इसका रिटर्न तब मिलेगा जब सदस्य बुजुर्ग हो जाएगा और उसे मदद की जरूरत होगी। बैंक का कोई सदस्य तब उसकी सेवा में हाजिर हो जाएगा। वर्तमान में बैंक का कोई सदस्य अपने खाते में समय जमा नहीं करवा पाता तो भी जरूरत के समय उसे मदद मिलेगी।