पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि 17 अगस्त को अग्रसेन नगर वार्ड नंबर दो निवासी मोहित कुमार पुत्र महेन्द्र सोनी ने पुरानी आबादी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 14 अगस्त को करणपुर चुंगी के पास भिंदा नाम का व्यक्ति मिला। जिसने उसको बताया कि नोट दोगुने करने की एक मशीन आती है। जिसके चार लाख रुपए लगते है। यदि मुझे दो लाख रुपए दे तो दो मैं मिलाकर मशीन ले आते हैं। इस पर मोहित ने उसको दो लाख रुपए नकद दे दिए। 15 अगस्त को आरोपी ने फोन किया कि उसके पास दो लाख रुपए का इंतजाम नहीं हो पाया है। यदि मोहित दो लाख रुपए और दे तो मैं मशीन ले आऊंगा। उसको फिर वहीं करणपुर चुंगी के पास ही दो लाख रुपए और दे दिए। 16 अगस्त को आरोपी को परिवादी ने फोन किया तो उसने आने की बात कही लेकिन वह नहीं आया। इस पर परिवादी को आरोपी पर धोखाधड़ी करने का संदेह हो गया। उसको दौबारा फोन किया तो उसने कहा कि मशीन वाला ज्यादा पैसे मांग रहा है। परिवादी ने उसको और रुपए देने का लालच दिया। आरोपी ने परिवादी को गांव 6 जी बुलाया। वहां गया तो आरोपी भिंदा एक घर में ले गया, जहां दो युवक बैठे हुए थे। जो आरोपी के साथ ही काम कर रहे थे। आरोपियों ने उसको नोट दोगुने करने का लालच देकर चार लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई प्रमोद कुमार को सौंपी। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी रणजीत सिंह सेवदा के नेतृत्व में टीम गठित की गई। जांच व मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 48 जीजी श्रीनगर केसरीसिंहपुर निवासी भिंदासिंह उर्फ पिंदा सिंह पुत्र मोहनसिंह, 42 जीजी निवासी सुखा सिंह उर्फ सुखप्रीत सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह व कुंदनसिंह पुत्र जागेन्द्र सिंह को राउंडअप कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। जिनको गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में अन्य धोखाधड़ी के मामले भी खुलने की उम्मीद है। पुलिस टीम में एएसआई प्रमोद कुमार, कांस्टेबल राकेश, धर्मवीर, नरेन्द्र शामिल रहे।
कागज लगी मिली गड्डियां – पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से पांच-पांच सौ रुपए के नोट आगे व पीछे लगी तीन गड्डियां मिली है। जिसमें एक नोट ऊपर व एक नीचे लगा है, शेष में कागज लगा हुआ है। इस कागज पर काले रंग का अदृश्य पदार्थ लगा हुआ है। वहीं आरोपियों की एक बिना नंबरी कार भी जब्त की गई है। यह नोटों की गड्डियां ठगी के जाल में फंसाने वाले व्यक्ति को दिखाई जाती थी। जिससे वह नोट देखकर जाल में फंस जाए।
लालच में फंस गया परिवादी – पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परिवादी नोट दोगुने करने की मशीन का झांसे में आ गया और लालच में आकर उसने आरोपी को दो बार में चार लाख रुपए भी दे दिए। इस तरह ही लोग रुपयों के लालच में ठगी का शिकार हो रहे है। इसी तरह ऑनलाइन ठगी भी व्यक्ति को लालच में फंसाकर हो रही है लेकिन लोग लालच के आगे कुछ नहीं सोचते हैं और जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं।