इसके बावजूद उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन की ओर से अब तक इस प्रोजेक्ट को शुरु तक नहीं किया गया है। जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती जिलों में वंदे भारत ट्रेनों का संचालन शशुरू होने पर संश्य के बादल मंडरा रहे हैं। इसको लेकर क्षेत्रवासियों में निराशा का माहौल है।
गत फरवरी में मिली थी स्वीकृति
करीब एक दशक से स्थानीय रेलवे स्टेशन पर नई वाशिंग लाइनों के निर्माण की मांग की जा रही थी। वाशिंग लाइन के अभाव में क्षेत्र में लंबी दूरी की रेलगाडिय़ों का संचालन एवं विस्तार अटका हुआ है। ऐसे में रेलवे मंत्रालय ने इस वर्ष 12 फरवरी को सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन पर रेलगाडिय़ों के रखरखाव के लिए दो वाशिंग लाइनों सहित कोच मेंटेनेंस डिपो के निर्माण की स्वीकृति जारी की। इन वाशिंग लाइनों व कोच मेंटेनेंस डिपो का निर्माण वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के अनुरूप करवाया जाना प्रस्तावित है। इस कार्य के लिए रेलवे मंत्रालय 74.89 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर चुका है लेकिन वित्तीय स्वीकृति जारी हुए आठ माह बीतने के बावजूद उत्तर पश्चिम रेलवे व राजस्थान के बीकानेर मंडल की ओर से इस प्रोजेक्ट को शुरु नहीं करवाया गया है।
महत्वपूर्ण है प्रोजेक्ट
रेलवे मंत्रालय के आदेशों के अनुसार स्थानीय रेलवे स्टेशन पर वाशिंग लाइनों तथा कोच मेंटेनेंस डिपो के आधुनिकीकरण एवं इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास वंदे भारत सहित अन्य ट्रेनों के रखरखाव के अनुरूप करवाना तय किया गया है। ऐसे में यह प्रोजेक्ट केवल क्षेत्र ही नहीं बल्कि पश्चिम राजस्थान के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण रेल परियोजना है। जिसके पूरा होने से तीनों जिलों में वंदे भारत ट्रेनों का संचालन संभव हो सकेगा। वर्तमान में बीकानेर डिवीजन में वंदे भारत ट्रेनों की मेंटेनेंस सुविधा नहीं है। ऐसे में सूरतगढ़ में स्वीकृत प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करना और भी जरूरी हो जाता है।
यह रहेगा जीएम का कार्यक्रम
उत्तर पश्चिम रेल महाप्रबंधक सोमवार को बीकानेर-हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर सैक्शन का निरीक्षण करने आएंगे। रेल महाप्रबंधक बीकानेर से हनुमानगढ़ के बीच विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण भी करेंगे। रेलवे के कार्यक्रम अनुसार महाप्रबंधक दोपहर 2.15 बजे सूरतगढ़ पहुंचेंगे और अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के तहत स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यों तथा गुड्स लाइन का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद जीएम बिरधवाल से श्रीसीमेंट के प्रस्तावित नई रेल की साइडिंग का निरीक्षण भी करेंगे।दौरे से पूर्व गिरा प्लस्तर, उठे सवाल
उधर रेल महाप्रबंधक के दौरे से एक दिन पूर्व रविवार शाम नव निर्मित अमृत भारत स्टेशन पर मुय बिल्डिंग के छज्जे का एक हिस्सा नीचे गिर गया। जबकि इसका निर्माण आरसीसी से किया गया है। ऐसे में स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य एकबार फिर सवालों के घेरे में आ गए हैं। नागरिक संघर्ष समिति रेल संयोजक लक्ष्मण शर्मा, आप प्रदेश प्रवक्ता राधेश्याम उपाध्याय, जनता मोर्चा संयोजक ओम राजपुरोहित सहित अन्य नागरिकों ने ठेका फर्म पर निर्माण कार्य में अमानक सामग्री उपयोग करने के आरोप लगाए हैं।
गौरतलब है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्य शुरू से ही विवादों के घेरे में रहे हैं। पहले भी नागरिक निर्माण में अमानक ईंटें, बजरी व अन्य सामग्री के उपयोग का आरोप लगा चुके हैं लेकिन बीकानेर मंडल के निर्माण शाखा अधिकारी इन कार्यों की जांच करने में गंभीरता नहीं दिखाई।