राज्यसभा चुनाव में जमींदारा पार्टी की ओर से भाजपा प्रत्याशियों का समर्थन देने की घोषणा के बाद इलाके में नए राजनीतिक समीकरण बनेंगे। राजनीतिक हलकों में चर्चा है और माना जा रहा है कि अब इलाके में विकास कार्यों के लिए राज्य सरकार की ओर से आने वाला अनुदान या विभिन्न योजनाओं का बजट भी बिना किसी रुकावट से आएगा और इसे खर्च भी किया जा सकेगा। इससे श्रीगंगानगर और रायसिंहनगर विधानसभा में तेजी से विकास कार्य हो सकेंगे। जिला मुख्यालय पर पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण और जल निकासी योजना, वहीं रायसिंहनगर क्षेत्र में पेयजल की समस्या और बॉर्डर एरिया के गांवों में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। इन स्थायी समस्याओं का निस्तारण भी सरकार से कराने का प्रयास किया जाएगा।
तब और अब राज्य में भाजपा की सरकार बनने के कामिनी को विपक्ष में बैठना पड़ा। राजनीतिक नुकसान यह हुआ कि इलाके में विकास के बजाय कार्यों पर ब्रेक लग गए। इधर, रायसिंहनगर से सोनादेवी बावरी का समर्थन भाजपा को देना भी इलाके में मायने रखता है। केन्द्रीय राज्य मंत्री निहालचंद मेघवाल के गृह क्षेत्र में उनके प्रतिद्वंद्वी बावरी से तालमेल बिठाना कांटेदार रह सकता है।
राजनीतिक मायने इस निर्णय से सियासत में तूफान आने की संभावना है। माना जा रहा है कि इससे भाजपा के कुछ नेता हाशिए पर जा सकते हैं।