राजस्थान के इस गांव में है फौज में जाने का जुनून, अब तक विश्वयुद्ध से लेकर कारगिल तक दिखा चुके हैं अपना पराक्रम
इस ग्राम पंचायत के सरपंच प्रहलाद सिंह, सहायक अभियंता प्रहलाद सिंह, ग्राम विकास अधिकारी बलजिन्द्र सिंह, कनिष्ठ तकनीकी सहायक ओम गजुआ और एलडीसी वेदप्रकाश से गबन राशि 12 लाख 25 हजार 709 रुपए वसूलने प्रत्येक से पांच-पांच हजार रुपए पैनेल्टी के रूप में चुकाने के आदेश दिए गए हैं। जिला परिषद के मनरेगा लोकपाल अनिल धानुका की ओर से दिए गए इस आदेश में इन लोगों को पन्द्रह दिन में पैनल्टी राशि चुकाने और चालीस दिन के उपरांत रिकवरी राशि ब्याज समेत चुकाने के निर्देश दिए हैं।
जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत 4 बीएलडी के चक एलजेडएल ए में जोहड़ की दीवारों का निर्माण वर्ष 2008-2009 में एवं शेष रही पांच फीट रिटेनिंग दीवार का कार्य प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में वर्ष 2013-14 में पूर्ण हो गया था, इसका बकायदा समायोजन भी जिला परिषद की ओर से किया जा चुका था। लेकिन सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी और एलडीसी ने जेटीए और जेईएन की एमबी भरवाकर 16 अक्टूबर 2020 से लेकर 15 फरवरी 2021 तक कार्य पूर्ण करने, पूर्ण कार्य की एमबी में एंट्री करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार और फोटो तैयार करवाकर 14 लाख 93 हजार रुपए और श्रमिक, मेट व मिस्त्री पेटे के एवज में 4 लाख 83 हजार 620 रुपए रुपए उठा लिए।