श्री गंगानगर

सेना में रुपए लेकर भर्ती कराने के गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य आरोपित गिरफ्तार

भारतीय सेना में रुपए लेकर भर्ती कराने के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एन्टी टेरिस्ट सेल (एटीएस), मिल्ट्री इंटेलीजेंस व सिटी पुलिस की संयुक्त टीम ने बस स्टैण्ड के पास मुख्य आरोपित को गिरफ्तार किया है।

श्री गंगानगरOct 31, 2018 / 06:19 pm

Kamlesh Sharma

सूरतगढ़। भारतीय सेना में रुपए लेकर भर्ती कराने के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एन्टी टेरिस्ट सेल (एटीएस), मिल्ट्री इंटेलीजेंस व सिटी पुलिस की संयुक्त टीम ने बस स्टैण्ड के पास मुख्य आरोपित को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित भारतीय सेना का भगौड़ा सिपाही है। आरोपित के कब्जे से बनाई गई भारतीय सेना की फर्जी माहरे बरामद हुई है तथा जोधपुर, बाडमेर, जालौर, नागौर व बीकानेर जिलों में करीब 50 अभ्यार्थियों से करीब एक करोड़ रुपए से अधिक राशि की धोखाधड़ी करने की बात सामने आई है।
इस मामले में आरोपित के एक अन्य ओर साथी की तलाश है। डीएसपी लोकेन्द्र दादरवाल ने बताया कि एटीएस व मिल्ट्री इंटेलीजेंस के पास भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम लेने के गिरोह की सूचना मिली थी। इस मामले में एटीएस जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमेश कुमार मौर्य के निर्देशन में निरीक्षक भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में कास्टेबल बुद्धराज, मनहित सिंह, सीताराम की टीम गठित की गई। इस टीम ने मिल्ट्री इंटेलीजेंस के प्रभारी अधिकारी से भी सम्पर्क रखा।
इस दौरान मंगलवार रात्रि को बस स्टैण्ड के पास गिरोह के आरोपित सतजण्डा (जैतसर) निवासी रामचंद्र पुत्र सुरजाराम को राउण्डअप किया कर सिटी पुलिस के सुपुर्द किया। उन्होंने बताया कि ढीगसरा (नागौर) निवासी मल्लाराम बिश्नोई ने अपने दोनों पुत्र प्रेमसुख भांभू व बजरंग को सेना में भर्ती करवाने के लिए दोहिते अशोक बिश्नोई के मार्फत ठग गिरोह के मुख्य आरोपित रामचंद्र से सम्पर्क किया था। इसके बदलने रामचंद्र ने प्रत्येक अभ्यार्थी 3.70 लाख रुपए लेने की बात मल्लाराम बिश्नोई से मांगे थे। इस पर मलाराम बिश्नोई ने सितम्बर 2016 को सूरतगढ़ के नए बस स्टैण्ड पर 7.40 लाख रुपए दिए थे। इसके बाद पन्द्रह दिन बाद दोनों पुत्र के ज्वाइनिंग लेटर डाक के मार्फत मिले थे। गांव पड़ौस के भरत, मनसुख, जगदीश आदि सूरतगढ़ आकर रामचंद्र को रुपए दे गए।
इस पर रामचंद्र ने उनकी भी ज्वाइनिंग के लेटर जारी किए। लेकिन सेना की ओर से अभ्यार्थियों को किसी तरह के ज्वाइनिंग लेटर जारी नहीं किए थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर रात्रि को बोग्स ग्राहक के माध्यम से एटीएस व मिल्ट्री इंटेलीजेंस टीम ने नए बस स्टैण्ड के पास रामचंद्र को पकड़ा तथा पूछताछ के लिए यहां सिटी थाना लेकर आए। बुधवार को सिटी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
इस संबंध में नागौर निवासी मल्लाराम की रिपोर्ट पर रामचंद्र व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपित के खिलाफ कई मामले दर्ज डीएसपी ने बताया कि आरोपित रामचंद्र भारतीय सेना में सिपाही के पद पर 2008 में भर्ती हुआ था, जो वर्ष 2014 से भगौड़ा हो गया था। जिसकी तलाश स्थानीय पुलिस व आर्मी की ओर से की जा रही थी।
इस दौरान आरोपित ने अपने पास भारतीय सेना के पहचान पत्र का फायदा उठाकर ग्रामीण लोगों को आर्मी में भर्ती कराने का झांसा देकर लाखों रुपए लेता था तथा भारतीय सेना के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर अभ्यार्थियों के निवास के पते पर भेज देता था। इस आरोपित के खिलाफ पूर्व में भी सूरतगढ़ सिटी, हनुमानगढ़ जंक्शन थाना में धोखाधड़ी के प्रकरण दर्ज होकर उसमें गिरफ्तार हो चुका है।
एक अन्य आरोपित की तलाश सिटी थाना के कार्यवाहक थानाप्रभारी बेगराज ने बताया कि गिरोह के मुख्य आरोपित के एक अन्य साथी की तलाश की जा रही है। फिलहाल वह फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए गठित टीम की ओर से छापामारी अभियान शुरू कर रखा है। मुख्य आरोपित रामचंद्र को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

Hindi News / Sri Ganganagar / सेना में रुपए लेकर भर्ती कराने के गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य आरोपित गिरफ्तार

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.