अनूपगढ़ जिला निरस्त करने के बाद ही सरकार के प्रति रोष की प्रतिक्रिया सामने आने लग गई है। जहां कांग्रेस के पदाधिकारी से बहुत निराशाजनक और राजनीतिक द्वेषता से भरा हुआ फैसला बता रहे हैं तो वहीं भाजपा के पदाधिकारी भी इस फैसले से खुश नहीं हैं।
फैसले के बाद रोने लगे जम्मू
इस फैसले के बाद अनूपगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव रहे जरनैल सिंह जम्मू लगातार कई देर तक रोते रहे। उन्होंने कनॉट प्लेस पर तो रोते हुए रेल से कटकर आत्महत्या करने की बात तक कह डाली। जम्मू ने कहा कि जिले को पाने के लिए विकलांगों ने रिक्शा चलाकर पैदल चलकर जयपुर तक की यात्रा की थी, इस फैसले से अब वे खुद को और क्षेत्र की जनता को धोखे में आया हुआ महसूस कर रहें हैं। उल्लेखनीय है कि अनूपगढ़ जिला संघर्ष समिति की तरफ से 7 फरवरी 2012 को अनूपगढ़ को जिला बनाने के लिए धरना शुरू किया गया था जो अनूपगढ़ के जिले की घोषणा होने तक जारी रहा था।