श्री गंगानगर

Video: यूं तो हो गई शिक्षा की गुणवत्ता

शिक्षा विभाग ने शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता की जांच करने के लिए जिले के 120 स्कूलों में तीस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है।

श्री गंगानगरOct 05, 2017 / 08:05 am

pawan uppal

यूं तो हो गई शिक्षा की गुणवत्ता

श्रीगंगानगर.
शिक्षा विभाग ने शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता की जांच करने के लिए जिले के 120 स्कूलों में तीस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। हर अधिकारी को चार,पांच व छह अक्टूबर तक चार-चार स्कूलों में जाकर शिक्षा के स्तर की जांच कर निदेशालय को रिपोर्ट करनी है। इसकी निगरानी के लिए शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक राकेश ढल्ला भी आए हुए थे।
आप क्या पढ़ाते हो ?

जिला शिक्षा अधिकारी (प्रांरभिक) रमेश शर्मा ने बुधवार दोपहर को जिला मुख्यालय पर राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय 37 लूप कैनाल स्कूल और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय तीन ए छोटी का एक-एक घंटे तक निरीक्षण कर निर्धारित प्रपत्र पूर्ण किया। इस दौरान लूप कैनाल स्कूल में कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका चित्रालेखा शर्मा ने कहा कि सर आठ कक्षाएं है और 171 बच्चे हैं। दो स्टाफ से अलग-अलग कक्षाओं में बिठाकर पढ़ाना बहुत मुश्किल हो रखा है फिर भी जैसे-तैसे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इस बीच उन्होंने प्रधानाध्यापिका से पूछा कि मैडम आप क्या पढ़ता हूं, तो उन्होंने कहा कि विज्ञान और गणित पढ़ातीहूं लेकिन अंग्रेजी भी पढ़ा देती हूं।
फिर डीईओ ने कहा कि आप बच्चों को गणित पढ़ाकर बताओ, फिर डीईओ ने खुद समझाया और फिर एक बच्ची को खड़ी करके बच्ची को पढ़ाया गया। इसके बाद कुछ विद्यार्थियों की कॉपी जांच की गई तो होमवर्क तो अच्छा मिला। इस पर डीईओ ने कहा कि प्रतिदिन कम से कम पांच विद्यार्थियों की बारीकी से कॉपी जांच कर गतियां लगाई जाए। लाईब्रेरी की क्लांश,बच्चे संभालने मुश्किल? -स्कूल में सफाई-व्यवस्था पर डीईओ ने कहा कि पूछा कि क्या डिटोल साबून से छात्राओं के हाथ धुलाए जाते हैं? फिर भी उन्होंने कहा कि तो दिखाओ साबून है क्या? बच्ची फिर साबून लेकर आई, फिर पूछा कि क्या आप प्रतिदिन भोजन करने से पहले डिटोल साबूने से हाथ धोते हो ? बच्ची ने कहा हां जी। डीईओ ने फिर पूछा कि क्या लाईब्रेरी के लिए कोई पीरियड तय कर रखा है? मैडम ने कहा कि सर बच्चे ही संभलते नहीं? लाईब्रेरी के लिए क्या व्यवस्था करूं?
पढ़ाई करवाना पुण्य का काम

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय तीन ए छोटी में डीईओ ने प्रधानाध्यापिका अमीर कौर सहित अन्य स्टाफ से कहा कि आपका काम बहुत ही पुण्य का है। आप मन से विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाओ? आप खुद समझदार हो अब पहले जैसे गुरु की कहां पर मान-सम्मान होता है? इसलिए आपकी डयूटी बनती है कि आप बेहतर तरीके से बच्चों को पढ़ाकर नाम कमाएं। आठ कक्षाएं, 171 विद्यार्थी, दो अध्यापिकाएं राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय 37 लूप कैनाल स्कूल में एक पीटीआई सहित दस अध्यापकों के पद स्वीकृत है लेकिन इस स्कूल में आठ कक्षाओं में 171 विद्यार्थी है और आठ कक्षाओं को पढ़ाने के लिए प्रधानाध्यापिका सहित एक और अध्यापिका है।
इस स्कूल में चार कक्षाएं प्रथम मंजिल पर है और इतनी ही कक्षाएं प्रथम तल पर चल रही है। प्रधानाध्यापिका विभागीय डाक, मिड-डे मिल सहित अन्य विभागीय गतिविधियों में ही अधिकांश समय व्यस्त रहती है। आठ कक्षाएं 159 विद्यार्थी, दस अध्यापक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय तीन ए छोटी स्कूल में पीटीआई सहित दस अध्यापकों के पद स्वीकृत है और इस स्कूल में पीटीआई सहित दसों पदों पर अध्यापक कार्यरत है। इस स्कूल में आठ कक्षाओं में 159 विद्यार्थी है और एक भी पद रिक्त नहीं है।
लेकिन स्कूल में खेल मैदान तक नहीं है। इस कारण पीटीआई सडक़ पर स्कूली विद्यार्थियों को खेल-कूद करवाती है। इसके अलावा स्कूल का भवन की पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए स्कूल भी दो भागों में संचालित किया जा रहा है। क्या-क्या किया जांच -पानी की क्या है व्यवस्था,टंकी है या प्रतिदिन पानी की सप्लाई आती है।
-शौचालय है या नहीं, है तो इनका रख-रखाव करवाने वाला है या नहीं। -स्कूल में कितने अध्यापक है और कितने बच्चे हैं। -विद्यालय में एसएमसी की नियमित बैठक होती है या नहीं, होती है तो कितनी महिलाएं और पुरुष शामिल हुए। -स्कूल में लाईब्रेरी के लिए निर्धारित पीरियड है या नहीं, कितने बुक है और कितनी बच्चों को वितरित की गई। -स्कूल में कंप्यूटर की क्या व्यवस्था है, है तो चालू है या नहीं, बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है या नहीं।

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