भारत में रामसर साइट
दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा 85 रामसर साइट भारत में है। तमिलनाड़ु में सर्वाधिक 18 रामसर साइट है। राजस्थान में दो रामसर साइट केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान व सांभर झील है। राज्य सरकार ने इनके अलावा चांदलाई जयपुर, खींचन जोधपुर, लूनकरनसर बीकानेर, मीनार तालाब उदयपुर तथा कनवास पक्षी विहार कोटा को रामसर साइट बनाने का प्रस्ताव केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय को भेजा हुआ है।
क्या है रामसर साइट
रामसर साइट उन आद्र्रभूमियों (वेटलैंड्स) को कहा जाता है जो अंतरराष्ट्रीय महत्व की होती हैं। इनका चयन 1971 में ईरान के रामसर शहर में हुए सम्मेलन के तहत किया जाता है । यह सम्मेलन आद्र्रभूमियों के संरक्षण और उनके सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। इसका मुख्यालय स्विट््जरलैंड में है। आद्र्रभूमियां जैव विविधता का खजाना हैं। ये पक्षियों, मछलियों और अन्य वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण आवास प्रदान करती हैं। इसके अलावा, ये पानी के भंडारण, बाढ़ नियंत्रण और जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी मददगार होती हैं।