खुदा की इबादत में झुके सैकड़ों शीश
एक तरफ तो शहर में छोटे-बड़े व्यवसायियों व दुकानदारों की ओर से निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं लेकिन रोडवेज जैसे बड़े उपक्रम के पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। यहां तो सालों पहले सीसीटीवी कैमरों की निगरानी शुरू होनी चाहिए थी लेकिन आज तक ऐसा नहीं हो पाया है। । रेलवे स्टेशन के बाद बस स्टैण्ड ऐसा स्थान है, जहां काफी भीड़भाड़ रहती है और यात्रियों को जेब काटने वालों व छीना झपटी की वारदात का भय बना रहता है।
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इसके अलावा संदिग्धों पर भी निगरानी की व्यवस्था नहीं है। रोडवेज ने बसों में तो निगरानी के लिए कैमरे लगाए दिए लेकिन बस स्टैण्ड इससे अछूता रहा गया। लोगों का कहना है कि बस स्टैण्ड पर सीसीटीवी कैमरों की कमी तब खलती है जब किसी यात्री का सामान लेकर कोई भाग जाता है और पुलिस उसे तलाशती रहती है। यदि वहां कैमरे लगे हों तो आरोपियों को पकडऩे में आसानी हो जाए।
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सीसीटीवी कैमरे लगाने को भेजा प्रस्ताव
रोडवेज के मुख्य आगार प्रबंधक मनोज बंसल का कहना है कि बस स्टैण्ड परिसर में सीसीटीवी कैमरे से निगरानी के लिए सैटअप लगाने को रोडवेज मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जा सकेंगे।