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पुलिस ने दिया संदेश, किसी सूरत में बिगडने नहीं देंगे कानून व्यवस्था 100 दिन तक पीपेरन, 99 दिन तक काम करवाने में हरदासवाली पंचायतें आगे
सूरतगढ़ पंचायत समिति मनरेगा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 41-50 दिन तक रोजगार 2399 ग्रामीण मजदूर परिवारों,51-60 दिन तक रोजगार1698 परिवारों,61-71 दिन तक 1147 परिवार,71-81 दिन तक 880, 81-91 दिन तक 1205 परिवार, 100 दिन तक 108 ग्रामीण श्रमिक परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। यहां सबसे खास बात यह है कि 100 दिन रोजगार उपलब्ध करवाने में 49 ग्राम पंचायतों में से 20 ग्राम पंचायतें ही खरी उतरी है। जबकि 19 ग्राम पंचायतों में किसी भी परिवार को 100 दिन रोजगार उपलब्ध नहीं हुआ। इसके तहत राजपुरा पीपेरन ने 17 ग्रामीण मजदूर परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाकर सबसे आगे है। वही,ग्राम पंचायत 2 एसडी 13 परिवार के साथ दूसरे, सरदारपुरा बीका 12 परिवार के साथ तीसरे,निरवाना 10 परिवार के साथ चौथे तथा ठेठार 10 परिवारों को रोजगार के साथ पांचवें स्थान पर है। वही, 81-99 दिन तक रोजगार उपलब्ध करवाने में ग्राम पंचायत हरदासवाली सबसे आगे है, यहां 182 परिवारों को काम मिला। जबकि रामसरा जाखड़ान में 155 परिवारों को रोजगार देकर दूसरे स्थान पर है। वही, राजपुरा पीपेरन व निरवाना ग्राम पंचायत ने 112-112 ग्रामीण मजदूर परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया है।
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पंचायत समिति मनरेगा शाखा प्रभारी सहायक विकास अधिकारी रामेश्वरलाल मंगलाव ने बताया कि ग्राम पंचायतों में डिमांड के अनुसार काम उपलब्ध करवाया जाता है। डिमांड कम आने की वजह से ग्रामीण मजदूर परिवारों को 100 दिन का काम कम मिला है। वही, मनरेगा श्रमिक भी सीजन के समय मनरेगा की बजाए खेतों में दिहाड़ी मजदूरी करना पंसद कर रहा है। ग्राम पंचायतों से को 100 दिन तक मजदूर परिवारों को काम उपलब्ध करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।