एमएसपी को लेकर दिल्ली में होने वाले आंदोलन में शामिल होंगे स्थानीय किसान
अनूपगढ़. केंद्र सरकार की तरफ से दिल्ली किसान आंदोलन में समर्थन मूल्य पर कृषि ङ्क्षजसों की खरीद के लिए दिए गए आश्वासन के पूरा नहीं होने पर एक बार फिर आंदोलन की सुगबुगाहट होने लगी है। तेरह फरवरी को देश भर के किसान दिल्ली में फसलों के एमएसपी भाव कानून लागू करवाने की मांग को लेकर आंदोलन करने की तैयारी में है। आंदोलन को लेकर काफी राज्यों से किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे। स्थानीय विभिन्न किसान संगठनों के द्वारा भी दिल्ली आंदोलन के लिए किसानों से जनसंपर्क किया जा रहा है। यहां के किसान भी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली में आयोजित आंदोलन में भाग लेेंगे।
शनिवार को जिला प्रशासन,जिला पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र के विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं को जिला कलक्ट्रेट बुलाकर उनसे बैठक की और किसान संगठनों की आंदोलन की रूपरेखा की जानकारी ली। वहीं जिला प्रशासन और जिला पुलिस प्रशासन ने सभी किसान नेताओं से अपील की है कि इस आंदोलन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखें।बैठक में सभी किसान संगठनों के नेताओं ने प्रशासन से पुरजोर तरीके से एमएसपी भाव कानून को लागू करवाने की मांग की। अखिल भारतीय किसान सभा के सचिन रणवीर सेखों ने बताया कि दिल्ली में पूर्व में चले किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार के द्वारा किसानों से वायदा किया गया था कि एमएसपी भाव कानून को लागू किया जाएगा। मगर सरकार अपने वायदे से मुकर रही है। जीकेएस के जिलाध्यक्ष राजा हेयर ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से दिल्ली में एमएसपी कानून लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है और इस आंदोलन में जिले के सैकड़ो की संख्या में किसान भाग लेंगे। सभी किसान संगठनों के द्वारा आंदोलन में शामिल होने के लिए किसानों से जनसंपर्क किया जा रहा है।
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किसानों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील
जिला कलक्टर अवधेश मीणा ने बताया कि किसानों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है और किसानों की जो भी उचित मांगे हैं वह मांगे सरकार तक पहुंचाई जाएगी,ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रह सके। बैठक में कलेक्टर अवधेश मीणा,एसपी राजेंद्र कुमार, एसडीएम सुमित्रा बिश्नोई, किसान नेता रणवीर ङ्क्षसह, राजा हेयर, वीरदीप ङ्क्षसह, राजू जाट, ब्रह्मदीप ङ्क्षसह, शोभा ङ्क्षसह ढिल्लो ,युद्धवीर ङ्क्षसह,रिछपाल ङ्क्षसह, राजू चलाना, गुरप्रीत ङ्क्षसह, देवीलाल, प्रेम देहडू सहित अन्य किसान नेता मौजूद रहे।