सरसों एवं चना की सरकारी खरीद में लापरवाही चल रही है, इसके चलते लाखों रुपए का माल खराब हो रहा है। उठाव की मंथर गति का आलम यह है कि खरीद बंद हुए एक पखवाड़ा हो चुका लेकिन अभी भी हजारों कट्टे ऑक्शन प्लेटफार्म में पड़े हैं।
जिला मुख्यालय की नई धान मंडी में खरीद एजेंसी राजफैड के लिए गंगानगर क्रय-विक्रय सहकारी समिति ने सरसों एवं चना की खरीद की। इसके लिए कृषि उपज मंडी समिति से पांच कवर्ड कॉमन ऑक्शन प्लेटफार्म लिए। खरीद के दौरान किसान कभी पंजीयन, कभी टोकन तो कभी गुणवत्ता मापदण्डों को लेकर परेशान होते रहे। खरीद का काम जैसे-तैसे पूरा हो गया लेकिन अब उठाव में सुस्ती एवं रख-रखाव की तरफ ध्यान नहीं दिए जाने से सरकारी माल की गुणवत्ता घट रही है।
शनिवार शाम ‘राजस्थान पत्रिका’ ने ऑक्शन प्लेटफार्म में माल के अनेक कट्टे फटे पड़े देखे। खराब चना की ढेरी भी एक जगह कर रखी है और इस पर पिड़ का कचरा पड़ा है। उमस एवं नमी की वजह से चना एवं सरसों खराब हो रहा है। इस स्थिति से बचने के लिए प्लेटफार्म पर ही कट्टों के च_े लगवाने शुरू किए गए हैं लेकिन इससे लम्बे समय तक बचाव नहीं हो सकता।
दूसरी तरफ, खरीद एजेंसी का कहना है कि उठाव का क्रम जारी है। बीच में माल को बचाने के लिए ट्रीटमेंट भी किया जा रहा है, भण्डारण के लिए जगह की कमी नहीं है। रख-रखाव के प्रति सजगता के निर्देश फिर से दिए गए हैं।
दोनों जिलों में यह हाल
श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले के कई खरीद केंद्रों पर उठाव में ढिलाई चल रही है। चना के लगभग 20 हजार एवं सरसों के करीब 30 हजार कट्टे उठाव के इंतजार में पड़े हैं। कुछ समय पहले आई वर्षा में कई खरीद केंद्रों पर कट्टे भीगने की बात भी सामने आई है।
इतनी खरीद
चना-2022574 कट्टे
सरसों-3040896 कट्ट