SriGanganagar गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का ओडियो वायरल करने वाला गिरफ्तार
श्रीगंगानगर। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का ओडियो वायरल करने वाला गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैँग का सदस्य और खुद को लॉरेंस बिश्नोई काे धर्मभाई बताने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से एक देसी कट्टा भी बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि केसरीसिंहपुर थानाधिकारी गोपाल सिंह को सूचना मिली कि कनाडा के एक चैनल पर पंजाबी गायब सिद्धू मूसेवाला की हत्या के संबंध में सादुलशहर क्षेत्र के गांव अमरगढ़ निवासी राजवीर सिंह सोपु पुत्र जगदेव सिंह तरखान ने इंटरव्यू देकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की कहानी, गायक मूसेवाला की हत्या क्यों और मारने वाले में कौन कौन शामिल है और आगे का टारगेट फिल्म अभिनेता सलमान खान आदि बातों का उल्लेख किया गया है।
इस इंटरव्यू को देने वाले राजवीर सिंह फिलहाल केसरीसिंहपुर क्षेत्र गांव अरायण में अपने रिश्तेदार लखविन्द्र सिंह के घर पर आया हुआ है, काबू किया जाएं तो कई खुलासे हो सकते है।
इस सूचना के आधार पर चौकी प्रभारी एसआई रामनिवास ने गांव अरायण में लखविन्द्र सिंह घर पर दबिश दी तो वहां सादुलशहर क्षेत्र गांव अमरगढ़ निवासी 21 वर्षीय आरोपी राजवीर सिंह उर्फ राजवीर सोपु पुत्र जगदेव सिंह को काबू कर उसके कब्जे से एक देसी कट्टा 32 बोर बरामद किया गया।
ज्ञात रहे कि पिछले दिनों पंजाब के मानसा जिले के पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की अज्ञात लोगों ने बीस गोलियां मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी।
पुलिस पूछताछ में इस आरोपी ने खुलासा कि कि वह लॉरेंस बिश्नेाई का सदस्य है और धर्मभाई भी बना हुआ है। उसके फोन पर एक ओडियो भी मिला जिसे कनाडा चैनल को फोन पर इंटरव्यू दिया गया था।
पूछताछ में स्वीकारा कि उसने यह इंटरव्यू खुद की आवाज में देकर बनाया और इसे वायरल कर दिया।
इस संबंध में केसरीसिंहपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस आरोपी से पूछताछ का दौर जारी है, कई और भी खुलासे होने की संभावना हैं।
पुलिस अधीक्षक शर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया में इस तरह के हथियारों के साथ फोटो अपलोड करना या ऐसे ओडियो या वीडियो को वायरल करना अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे वायरल करने से जनता में भय व्याप्त होता है।
ऐसे करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्हेांने जनता से ऐसी फोटो, वीडियो और ओडियो को वायरल करने की बजाय अनदेखी की जाएं ताकि लोगों में भय का माहौल नहीं फैले।