मीरा मार्ग पर इलाके के हिस्ट्रीशीटर विनोद श्योराण उर्फ विनोद चौधरी उर्फ जॉर्डन की हत्या के लिए शार्प शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। उसका पोस्टमार्टम बुधवार को राजकीय जिला चिकित्सालय में कड़े पुलिस पहरे में किया गया। मेडिकल बोर्ड सदस्यों ने इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा किया कि जॉर्डन को गोलियों से छलनी कर दिया गया था।
मेेडिकल बोर्ड में डॉ.गिरधारीलाल, डॉ.सुखपाल सिह बराड़ और डॉ.आशीष छाबड़ा शामिल थे। मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ.गिरधारीलाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान जॉर्डन के सिर पर पीछे की ओर एक गोली और पेट के दांयी ओर एक गोली फंसी हुई थी। इन दोनों गोलियों को निकाला गया। इन गोलियों को जांच एजेंसी के सुपुर्द किया गया है। उन्होंने बताया कि जॉर्डन के सीने पर छह, दोनों हाथों पर चार, सिर पर तीन, पेट में तीन सहित कुल 16 गोलियां दागी गई। उन्होंने बताया कि 16 गोलियां शरीर के अंदर घुसी और नौ गोलियों के छर्रे लगे थे, ऐसे में कुल 25 घाव शरीर पर मिले हैं। इससे पहले चिकित्सालय परिसर में जॉर्डन के शव का एक्सरे किया गया, इससे यह पता चल सका कि गोलियां किस किस अंग में फंसी हुई है।
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पुलिस पहरे में चार घंटे चला पोस्टमार्टम
राजकीय जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए करीब चार घंटे लगे। बुधवार दोपहर बारह बजे पुलिस प्रशासन ने जब यह मामला एसओजी के सुपुर्द कर दिया गया। एसओजी के एडिशनल एसपी संजीव भटनागर के आने के बाद ही जॉर्डन के परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो गए।
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चिकित्सालय के मोचरी रूम के बाहर एडिशनल एसपी सुरेन्द्र सिंह, सीओ सिटी तुलसीदास पुरोहित, जवाहरनगर थानाधिकारी प्रशांत कौशिक, महिला थानाधिकारी नरेन्द्र पूनियां, सदर थानाधिकारी कुलदीप वालिया, पुरानी आबादी थानाधिकारी आनंद के अलावा कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे। जॉर्डन की हत्या के बाद विवाद की आंशका के चलते पुलिस लाइन से भी जाब्ता मंगवाया गया था।