बीकानेर के पुलिस महानिरीक्षक विपिन पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र कुमार महावर ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि 22 मई की सुबह मेटालिका जिम में ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर की गई जॉर्डन की हत्या के मामले में पुलिस पहले ही दिन से बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इस हत्याकांड को लॉरेंस गैंग के शूटरों ने अंजाम दिया था और वे वारदात के बाद यहां से फरार हो गए थे। इस हत्याकांड में रैकी करने वाले एक नाबालिग व सहयोग करने वाले आरोपित को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं हरियाणा पुलिस के हत्थे चढ़े संपत नेहरा से भी पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इस पर श्रीगंगानगर पुलिस टीम ने पंजाब पुलिस की मदद से पंजाब के मोहाली में सेक्टर 77 में एक मकान में दबिश देकर गांव दुतारावाली बहाववाला फाजिल्का पंजाब निवासी हरदीप उर्फ संधू उर्फ भागू उर्फ लाहौरिया उर्फ हनी पुत्र बलवीर सिंह, अटरेना कुण्डली सोनीपत हरियाणा निवासी आकाश चौहान पुत्र दुष्यंत चौहान, गांव सतियावाला कुलगडी फिरोजपुर पंजाब निवासी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की टहला पुत्र टहल सिह व गांव भुकरका नोहर हनुमानगढ़ निवासी धोलू पुत्र ओमप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के सामने संपत ने खोल दिए लॉरेंस गैंग के राज
– पुलिस कई राज्यों में गैंग की तलाश कर रही थी कि हरियाणा की एसटीएफ ने संपत नेहरा को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया। जिससे एसटीएफ, एसओजी व पुलिस ने संपत से पूछताछ की, जिसने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी। इस दौरान संपत नेहरा ने पुलिस को बताया कि लॉरेंस बिश्नोई विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल करता है। वह इस बात से दुखी था कि लॉरेंस ने उसकी मुखबरी करके पुलिस से गिरफ्तार करवा दिया। लॉरेंस बिश्नोई ने गैंग के बल पर लाखों रुपए की अवैध वसूली कर इस पैसे को विदेशों में छिपा दिया और गैंग को इसमें से कुछ भी नहीं दिया। जिसके चलते गैंग पैसों के लिए मोहताज हो गया। गैंग की ऐसी हालत हो गई कि उसे कई बार भूखा रहना पड़ा। इससे नाराज संपत ने गैंग के बारे में अंकित भादू, हनी उर्फ भागू, आकाश चौहान के बारे में महत्वपूर्ण सूचना दी। जिससे पुलिस को उनके छिपने के ठिकानों का पता चला। इस पर गुरुवार को मोहाली में दबिश देकर तीन जनों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपितों से यह हुआ बरामद
आरोपित हरदीप से एक देशी पिस्तौल, 47 कारतूस, चार मोबाइल, तीन डोंगल, आकाश चौहान से एक देशी पिस्तौल, दो कारतूस, एक मोबाइल, विक्रमजीत से एक देशी पिस्तौल, दो कारतूस, एक मोबाइल, एक डोंगल, खाली सिम बरामद किए गए हैं। जिनको पुलिस खंगाल रही है। तीनों आरोपितों पर हत्या, लूट आदि के कई मामले पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में दर्ज है।
तीनों आरोपितों के मोबाइलों में मिले कॉल गल्र्स के नंबर
पुलिस ने बताया कि आरोपितों के मोबाइलों में विभिन्न लड़कियों व कॉल गल्र्स के नंबर भी मिले हैं। आरोपितों ने बताया कि वे नियमित कॉल गल्र्स के पास जाते रहते हैं। इसके अलावा अंकित भादू भी इन्ही कॉल गल्र्स के पास नियमित रूप से आता-जाता रहता है।
भुकरका गांव में रची हत्याकांड की साजिश
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैंग का सदस्य धोलू पुत्र ओमप्रकाश गांव भुकरका नोहर हनुमानगढ़ में रहता है। 22 मई की सुबह जॉर्डन की हत्या से पहले रात को अंकित भादू, विक्रमजीत सिंह, आकाश चौहान, हरदीप सहित अन्य धोलू के घर रुके थे। यहां सभी मिलकर जॉर्डन की हत्या की साजिश रची थी। श्रीगंगानगर में बाल अपचारी से रैकी कराई थी। इसके बाद गैंग के पांच सदस्य कार में यहां पहुंचे और जॉर्डन की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद पांचों यहां से कार लेकर वापस धोलू के घर पहुंच गए। यहां नहा-धोकर व खाना खाकर अलग-अलग ठिकानों पर रवाना हो गए।
पंद्रह टीमें दिन रात लगी रही
एएसपी हरेन्द्र कुमार के निर्देश पर एडीशनल एसपी सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में पंद्रह टीमें गठित की गई। जो दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, महाराष्ट्र में दबिश दी। इसके अलावा एसओजी के एएसपी संजीव भटनागर की टीम भी जुटी रही। संपत से पूछताछ के बाद महिला थाना प्रभारी नरेन्द्र पूनियां, हैडकांस्टेबल विजय कुमार, दूसरी टीम में जवाहरनगर थाना प्रभारी प्रशांत कौशिक, सबइंस्पेक्टर विक्रम तिवाड़ी, एएसआई अब्दुल जब्बार, सिपाही भारत भूषण, तीसरी टीम में एसआई फूलचंद, एएसआई धमेन्द्र सिंह, सिपाही प्रभु, चौथी टीम में एसआई कृष्णकुमार मय चार कमांडो भेजे गए। इसके अलावा अनूपगढ़ थाना प्रभारी नरेश निर्वाण को टीम के साथ हनुमानगढ़ के नोहर भेजा गया।