जैसलमेर में करीब तीन सौ साल पुराने पालीवालों के चौरासी खण्डहर मकानों में मशीन लगाकर सोना व चांदी निकालने के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित को लेकर शनिवार को जैसलमेर पुलिस श्रीगंगानगर पहुंची। पुलिस आरोपित को जैसलमेर से दिल्ली सोना बरामद करने के लिए ले गई है। रास्ते में चौबीस घंटे होने के कारण आरोपित का श्रीगंगानगर के राजकीय चिकित्सालय में मेडिकल मुआयना कराया गया।
जैसलमेर सदर थाना प्रभारी कांतासिंह ने बताया कि जैलसमेर में पालीवालों के दो गांव कुलंदरा व धलवा थे। इनमें चौरासी पुराने मकान हैं। इन मकानों को करीब तीन सौ साल पहले परिवार रातों-रात छोड़कर चले गए थे। ये मकान खण्डहर होते गए। पुलिस को सूचना मिली कि इन मकानों में मशीन लगाकर कुछ बदमाश सोना व चांदी निकाल रहे हैं। पुलिस ने कार्रवाई की और मौके पर ही मशीनों के साथ छह जनों को गिरफ्तार कर लिया था। इनसे कुछ सोना-चांदी बरामद हुआ। अदालत ने पांच जनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया तथा मुख्य आरोपित रहीम खां पुत्र फतेह खां को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। यह हिस्ट्रीशीटर है।
दिल्ली जाकर बेचता था सोना-चांदी
आरोपित दिल्ली से मशीनें खरीदकर लाया था और खण्डहर मकानों से सोना-चांदी निकाला था। इसने दिल्ली के चोर बाजार में सोना-चांदी बेचा बताया। मशीनों की जानकारी करने व सोने-चांदी की बरामदगी के लिए आरोपित को दिल्ली ले जाया जा रहा है। श्रीगंगानगर पहुंचते हुए शनिवार सुबह चौबीस घंटे पूरे हो गए थे, ऐसे में आरोपित का मेडिकल कराना आवश्यक था। राजकीय चिकित्सालय में आरोपित का मेडिकल मुआयना कराया गया। दोपहर को पुलिस उसे दिल्ली के लिए लेकर रवाना हो गई।
भुतहा बना दिए मकान
– सीआई ने बताया कि आरोपितों ने इन दोनों गांवों के सूने मकानों में भूत व आत्माएं होने का ड्रामा किया और वहां आसपास के लोगों को डरा के रखा। इसके चलते इन गांवों की तरफ कोई आता-जाता नहीं था। ऐसे में आरोपितों को अपना काम अंजाम देने में आसानी हो गई।